पुलिस ने 3 घंटे में ढूंढ निकाला भीख मांगने वाले भिखारी का बैग, मिले 1.72 लाख रूपये

अक्सर देखा जाता हैं कि लोग पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़े करते हैं और उनपर आलसी होने और काम ना करने का आरोप लगाते हैं। लोग कहते हैं कि पुलिस सिर्फ अमीरों का साथ देती हैं और गरीबों की सुनवाई नहीं होती हैं। लेकिन महाराष्ट्र के पर्ली में एक अनोखा मामला सामने आया जहां पुलिस ने एक भीखारी की मदद की और उसका खोया हुआ बैग सिर्फ 3 घंटे में ढूंढ निकाला। हैरान करने वाली बात यह हैं कि भिखारी के बैग में 1 लाख 72 हजार रुपये थे।

जानकारी के अनुसार वैजनाथ मंदिर के बाहर भीख मांगने वाले एक भिखारी बाबूराम नायकवाड़े का बैग खो गया था। उसके बाद परेशान भिखारी पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचा और उसके बैग खोने की शिकायत सुनकर पुलिस हैरान रह गयी। पुलिस के पास पहुंचकर भिखारी लगातार रोता रहा और उसे लगातार रोता देखकर पुलिस थोड़ा सीरियस हुई और उससे पूछा कि, ''आखिर उसके बैग में ऐसा क्या था जिसके लिए वह परेशान है।'' यह सुनकर भिखारी ने रोते हुए पुलिस को बताया कि 'उसके बैग में 1 लाख 72 हजार 290 रुपये हैं।'

यह सुनकर पुलिस ने उसके बैग की तलाश शुरू की और काफी कोशिश के बाद आखिरकार पुलिस ने उसका बैग ढूंढ निकाला। मिली जानकारी के तहत बाबूराम का बैग पुलिस को रामनगर टांडा के पास पड़ा मिला। सबसे बड़ी और सुकून देने वाली बात तो यह है कि भिखारी के सभी पैसे पूरी तरह से सुरक्षित थे। बताया जा रहा है पुलिस ने उस बैग को भिखारी के हवाले कर दिया और उसे यह सलाह भी दी कि इतने पैसों को बैग में रखने की बजाय वह बैंक अकाउंट में सुरक्षित रख सकता है। बाबूराम नायकवाड़े ने सालों से भीख मांगकर एक बड़ी रकम जमा की है। बीते सोमवार को जब बाबूराम नायकवाड़े का बैग खो गया तो वह बहुत परेशान हो गया। सालों से कमाए पैसों को यूँ जाते देख बाबूराम नायकवाड़े तुरंत पुलिस के पास शिकायत लिखवाने पहुंचा और अंत में बाबूराम नायकवाड़े को उनका बैग मिल गया।