कुछ दिन पहले ही लाहौर के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए पाकिस्तान के सबसे वजनी आदमी नूरुल हसन की मौत हो गई है। उन्हें बचाने के लिए डॉक्टर्स ने काफी कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। सादिकाबाद के रहने वाले नूरुल हसन एक टैक्सी ड्राइव थे। उनका वजन 330 किलोग्राम था। पिछले महीने वो तब सुर्ख़ियों में आए थे जब उन्हें पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के निर्देश पर इलाज के लिए लाहौर में एक पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर से लाया गया था।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अस्पताल में नूरुल हसन की मौत रहस्य्मयी परिस्थितियों में हुई है। अभी यह साफ़ नहीं हो पाया कि उनकी मौत क्यों और कैसे हो गई। अस्पताल की ही तरफ से बताया गया था कि नूरुल हसन के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। डॉक्टर ने बताया था कि उन्हें वैकल्पिक वेंटिलेशन पर रखा गया था ताकि उन्हें जल्दी से जल्दी छुट्टी दी जा सके। लेकिन उनकी सेहत अचानक और खराब हो गई। यह भी बताया जा रहा है कि जिस दौरान वे अस्पताल में भर्ती थे उस समय वहां हिंसा भी हुई है। मामले की जांच की जा रही है।
नूरुल हसन के करीबियों का कहना है कि वजन के कारण वो काफी मायूस थे। वो एक बार डॉक्टर के पास गए तो उन्हें बताया गया था कि उनका वजन ऑपरेशन से ही कम हो पाएगा और इस पर 10 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने लोगों से मदद की गुहार लगाई थी। तब कुछ डॉक्टर्स ने उनका इलाज मुफ्त में करने की बात कही थी। लेकिन इलाज के बीच में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।