हॉलीवुड से भी मिले थे इस राजकुमारी को फिल्मों के ऑफर, खूबसूरती की कायल थी पूरी दुनिया

भारत देश कई रियासतों से मिलकर बना था जहां राजा-महाराजा का राज था। उस दौरान की रानी और राजकुमारियों की खूबसूरती के चर्चे तो आप सभी ने सुने होंगे। आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसी ही राजकुमारी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनी खूबसूरती के चलते हॉलीवुड से भी फिल्मों के ऑफर मिले थे और पूरी दुनिया उनकी खूबसूरती की कायल थी। हम बात कर रहे हैं तुर्की के ओट्टोमन राजसी वंश की आखिरी शहजादी नीलोफर को सुंदरता की देवी भी कहा जाता था। इनका जन्म साल में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल के राजसी महल में हुआ था। नीलोफर के जन्म के समय तुर्की का राजपरिवार आखिरी सांसें ले रहा था और उनका साम्राज्य उखड़ने लगा था। महज दो साल की उम्र में नीलोफर ने अपने पिता को खो दिया। सात साल की उम्र में वो अपनी मां के साथ तुर्की छोड़कर फ्रांस। फ्रांस में उनकी जिंदगी कठिन और साधारण लोगों की तरह हो गई थी।

नीलोफर ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। लेकिन नीलोफर किस्मत की धनी थी और दुनिया के सबसे धनी राज परिवार हैदराबाद निजाम की बहू बनीं। हैदराबाद के आखिरी निजाम ने नीलोफर को अपने दूसरे बेटे आजम जेह के साथ शादी के लिए चुना। साल 1931 में शादी के बाद नीलोफर हैदराबाद आ गईं। कहा जाता है कि नीलोफर ना सिर्फ सुंदर थी, बल्कि उनमें गजब का आकर्षण भी था।

शादी के बाद नीलोफर जब हैदराबाद आईं तो निजाम के परिवार में महिलाओं के लिए पर्दा का रिवाज था। लेकिन वे कभी पर्दे में नहीं रहीं बल्कि निजाम परिवार के महिलाओं के सार्वजनिक जीवन का बंद दरवाजा खोला। नीलोफर हैदराबाद की पार्टियों, समारोहों और कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगीं। अक्सर उन्हें किसी समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता था। लेकिन नीलोफर के तौर-तरीकों से निजाम की बेगम दुल्हन पाशा काफी नाराज रहने लगी थी। ऐसा कहा जाता है कि बेगम अपनी बहू को जहर देकर मरवाना भी चाहती थी।

नीलोफर राजसी परिवार के होने के साथ फैशन दिवा भी थी। उनकी पहनी हुईं साड़ी की तस्वीरें न्यू यार्क फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलॉजी में लगी हैं। नीलोफर की साड़ियों को बनाने का काम फ्रांस की एक बड़ी फैशन फर्म करती थी। लेकिन एक समय ऐसा भी आया कि उन्होंने साड़ी छोड़ पश्चिमी लिबास पहनना शुरू कर दिया।

1948 में जब हैदराबाद को भारत में मिला लिया गया, तो नीलोफर उस समय फ्रांस की यात्रा पर थी और पेरिस में ही रुक गईं। नीलोफर जब फ्रांस से वापस हैदराबाद नहीं लौटीं तो उनके शौहर ने दूसरी शादी कर ली। साल 1952 में उन्होंने तलाक ले लिया, जिसमें उन्हें बहुत मोटी रकम मेहर के तौर पर मिली। इस रकम का बड़ा हिस्सा उन्होंने हैदराबाद में महिलाओं और बच्चों के लिए एक अस्पताल बनाने में दे दिया।

नीलोफर अपने समय की सुंदर महिलाओं में से एक थी। कई वर्ल्ड मैगजीन ने तो उन्हें दुनिया की 10 खूबसूरत महिलाओं में चुना था। अपने शौहर को तलाक देने के बाद वो फ्रांस में अपनी मां के साथ रहने लगीं। उस दौरान नीलोफर को हॉलीवुड से कुछ फिल्मों के ऑफर भी मिले, लेकिन इसे उन्होंने ठुकरा दिया। कुछ समय बाद उन्होंने एक अमेरिकी युवक एडवर्ड पोप से शादी कर ली। साल 1989 में राजकुमारी नीलोफर का निधन हो गया।