भारत समेत विश्व भर में कोरोना का कहर जारी हैं और संक्रमित लोगों को क्वारंटीन कर इलाज किया जा रहा हैं। ऐसे में लगातार क्वारंटीन सेंटर से कई अनोखी कहानियां सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक कहानी एक महिला कांस्टेबल की सामने आई हैं जिसने अपने प्रेमी को ही पति बताकर क्वारंटीन सेंटर में साथ रहने लगे। इसके खुलासे के पीछे की कहानी भी बहुत फ़िल्मी हैं। दरअसल, यह मामला बजाज नगर थाने का है। यहां महिला कांस्टेबल को उसके साथ के एक कर्मचारी के कोरोना पटजिटिव होने पर क्वारंटीन सेंटर भेजा गया था। क्वारंटीन सेंटर पर महिला कांस्टेबल ने बताया कि उसका पति पोस्टल विभाग में काम करता है। उसे भी क्वारंटीन किया जाना चाहिए।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला कांस्टेबल ने अपने पति के नामपर प्रेमी को ही क्वारंटीन करवा दिया। महिला का प्रेमी शादीशुदा था, जब वह तीन दिन तक घर नहीं पहुंचा तो उसकी पत्नी को इसके बारे में पता चला।
उसकी पत्नी क्वारंटीन सेंटर पर पहुंची, तो उसे अंदर जाने से रोक दिया गया। इसके बाद वो बजाज नगर थाने पर पहुंच कर पति की शिकायत दर्ज कराई। पत्नी के शिकायत पर पुलिस आयुक्त डॉ भूषण कुमार उपाध्याय ने मामले की जांच के आदेश दिए।
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला कांस्टेबल अविवाहित है। उसके सहकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद उसे क्वारंटीन में रखा जाना था। इस दौरान वो अपने प्रेमी को ही पति बताकर क्वारंटीन सेंटर में चली गई। महिला का प्रेमी शादीशुदा है। मामले का खुलासा होने के बाद व्यक्ति को दूसरे क्वारंटीन सेंटर भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक महिला कांस्टेबल और व्यक्ति पिछले साल अक्तूबर में मिले थे। उसके बाद से ही ये दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे और रिलेशनशिप में आ गए थे।