भारत देश में हर धर्म के लोग देखने को मिलते हैं। लेकिन देखा जाता हैं कि हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर कई बार लड़ाई-दंगे हो जाते हैं जबकि वहीँ देश में हिन्दू-मुस्लिम एकता के भी कई नजारे देखने को मिलते हैं। इसका एक मामला सामने आ रहा हैं रानीश्वर के हामिदपुर से जहां एक मुस्लिम शख्स के सपने में भगवान श्रीकृष्ण आए उसने भगवाना का 40 लाख का मंदिर बनवा डाला। नौशाद ने साल 2019 में इस मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करवाया था।
नौशाद का कहना है कि एक बार वह पश्चिम बंगाल के मायापुर घूमने गये थे और इस दौरान उनके सपने में भगवान कृष्ण आए थे। उसके बाद प्रभु श्रीकृष्ण ने उनसे कहा था कि वह तो उनके इलाके में स्वयं विराजमान हैं। वह यहां क्यों घूमने आये हैं। तो नौशाद ने बताया कि तब श्रीकृष्ण ने उनसे सपने में कहा था कि 'वहीं पहुंचों।' वहीं इसके बाद नौशाद ने पार्थ सारथी मंदिर बनवाने के बारे में सोचा। इसके अलावा नौशाद ने यह भी बताया कि पहले यहां खुले आसमान के नीचे भगवान की पूजा होती थी। आगे नौशाद ने यह भी बताया कि अब से मंदिर परिसर में ही हवन किया जा सकेगा।वहीं इसके अलावा मंदिर परिसर में कीर्तन शेड, रसोई घर तथा पूजा कराने वाले पुरोहित के लिए अलग से कमरा तैयार हो रहा है। हेतमपुर इस्टेट के पूति महाराज ने 300 साल पहले पार्थ सारथी की पूजा शुरू करायी थी और तब इस स्थल में हेतमपुर स्टेट की कचहरी हुआ करती थी। वहीं उस दौरान यह जंगल महल के नाम से जाना जाता था। आप सभी को बता दें कि हेतमपुर स्टेट के राजा ने पार्थ सारथी मेला शुरू कराया था, लेकिन जमींदारी उन्मूलन के बाद यहां पूजन कार्य बंद हो गया था। वहीं इसके चार दशक बाद कादिर शेख, अबुल शेख तथा लियाकत शेख ने पार्थसारथी पूजन फिर से चालू करवाया था और इन तीनों के निधन के बाद साल 1990 से नौशाद शेख इस परंपरा को आगे लेकर चल रहे हैं।