अगर हम आपसे कहे कि क्रिकेट मैच के दौरान एक टीम के सारे बल्लेबाज जीरो पर आउट हो गए। तो पक्का है आप सोचन में पड़ जाहोंगे और आपके दिमाग में एक ही सवाल उठेगा ऐसे कैसे हो सकता है। लेकिन ऐसा हुआ है। मुंबई के प्रतिष्ठित स्कूल टूर्नमेंट हैरिस शील्ड के पहले राउंड के नॉक आउट मैच में यह अजीब घटना हुई। मुंबई का चिल्ड्रन वेलफेयर स्कूल बोरीवली के स्वामी विवेकानंद इंटरनैशनल स्कूल के खिलाफ मैच के दौरान उसके सारे बल्लेबाज जीरो पर आउट हुए। जी, उसका कोई भी बैट्समैन खाता भी नहीं खोल पाया। इस शर्मनाक प्रदर्शन के चलते चिल्ड्रन वेल्यफेयर की टीम यह मैच 754 रनों के विशाल अंतर से हार गई। यह परंपरागत इंटरस्कूल टूर्नमेंट मे शायद सबसे बड़ी हार होगी। आजाद मैदान के न्यू एरा ग्राउंड पर पहले बल्लेबाजी करते हुए विवेकानंद स्कूल ने मीत मायेकर के तिहरे शतक (338 रन नाबाद, 134 बॉल, 56 चौके और सात छक्के) की मदद से 39 ओवरों में 761 रन बनाए।
टीम के सिर्फ 7 रन बने थे वो भी अतिरिक्त के (6 वाइड और 1 बाई) का। यदि ऐसा नहीं होता तो स्कोरबोर्ड पर कोई रन नहीं टंगा होता। चिल्ड्रन वेलफेयर की पूरी टीम 6 ओवरों से ज्यादा मैदान पर टिक नहीं पाई और ऑल आउट हो गई। विवेकानंद इंटरनैशनल स्कूल की ओर से मीडियम पेसर अलोक पाल ने 3 ओवरों में 3 रन देकर 6 विकेट लिए। कप्तान वरोद वाजे ने 3 रन देकर 2 विकेट लिए। बाकी 2 बल्लेबाज रन आउट हुए।इस जीत से स्वामी विवेकानंद इंटरनैशनल स्कूल के कोच महेश लोतीकर बहुत खुश नजर आए। कमाल की बात तो यह है कि टीम के कप्तान आयुष जेथवा और दो अन्य खिलाड़ी मुंबई अंडर-16 कैंप में होने के चलते इस मैच में नहीं खेले थे।