माता-पिता की हमेशा से यही चाहत होती है कि उनका बच्चा एक अच्छी स्कूल में पढ़-लिखकर होशियार बने और सफलताएँ उसके कदम चूमें। लेकिन आज के समय में बढती महंगाई और स्कूलों की महँगी फीस के चलते माता-पिता को कम में ही संतुष्ट होना पड़ता हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक स्कूल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी सालाना फीस आपकी सोच से भी कई आगे हैं। तो आइये जानते हैं इस स्कूल के बारे में।
स्विट्जरलैंड में इंटरनेशनल बोर्डिंग स्कूल इंस्टीट्यूट ऑफ ले रोजे के नाम से मशहूर इस संस्थान में एक छात्र का सालाना खर्च करीब 1 करोड़ 35 लाख रुपए से भी ज्यादा है। हालांकि, इसमें एकेडमिक फीस से लेकर बोर्डिंग, लॉजिंग के अन्य खर्च भी शामिल हैं।
इस स्कूल की स्थापना 1880 में पॉल एमिली कार्नल ने की थी। स्कूल में मात्र पांच छात्रों पर एक टीचर का रेशो है। स्कूल के सभी छात्र बोर्डिंग हाउस में ही रहते हैं, जो स्कूल कैंपस के अंदर ही बनाया गया है। पाठ्यक्रम अंग्रेजी और फ्रेंच में है। यहां छात्रों को खेलने की भी सुविधा दी जाती है, लेकिन यह लिमिटेड है। फस्र्ट टर्म में घुड़़सवारी और बैडमिंटन, सेकेंड टर्म में स्कीइंग और स्त्रोबोर्डिंग जबकि तीसरे टर्म में टेनिस और डांस है। यह दुनिया के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूल्स में भी शामिल है।
यहां कई शाही और चर्चित परिवारों के बच्चे पढ़ाई कर चुके हैं। इस स्कूल में छात्रों की संख्या 400 है। इसका एक दूसरा कैंपस भी है, जो स्की रिजॉर्ट विलेज जीस्टैड में बनाया गया है। ठंड के दौरान स्कूली छात्रों को यहां शिफ्ट कर दिया जाता है। यह खूबसूरत स्कूल पहाड़ों के बीच बनाया गया है।