जापान में शुरू हुई चलती-फिरती मोबाइल मस्जिद, नमाज से संबंधित होगी सभी सुविधाएं

जापान में अगले साल 2020 में होने वाले ओलंपिक खेलों के मद्देनजर तोक्यो में मोबाइल मस्जिद शुरू की गई हैं। ये बड़े ट्रकों को कन्वर्ट करके बनाई गई हैं और ये कही भी आ जा सकती है। आमतौर खेलों के समय बाहर से आने वाले मुस्लिमों के मद्देनजर इन्हें बनाया गया है ताकि मुस्लिम दर्शकों को नमाज अता करने में दिक्कत नहीं हो। ये मोबाइल मस्जिद आमतौर पर स्टेडियमों के बाहर खड़ी की जाएंगी।

नमाज से संबंधित होगी सभी सुविधाएं

इस मोबाइल मस्जिद में नमाज से संबंधित सारी सुविधाएं देने की कोशिश की गई है। इसमें पानी से हाथ धोने की सुविधा के साथ नमाज के लिए मैट्स भी हैं। जब ये कहीं खड़ी होती हैं तो उनके पीछे का हिस्सा उठ जाता है और अपने आप इनकी बॉडी एक्सपेंड हो जाती है उसके बाद इसमें एक सीढी निकल आती है और पीछे का गेट नजर आने लगता है। तब ये अंदर 551 स्क्वेयर फीट के हाल का आकार ले लेती हैं, जिसमें 50 लोग बड़े आराम से नमाज अता कर सकते हैं। ऐसी कई मोबाइल मस्जिद तोक्यो में ओलंपिक के समय जगह जगह रहेंगी, ताकि मुस्लिमों की सुविधा का ध्यान रखा जा सके।

टोक्यों की एक कंपनी तोक्यो स्पोर्ट्स एंड कल्चर इवेंट कंपनी ने इसे बनाया है। जापान में पहली मस्जिद काबे में 1935 में बनवाई गई थी। अब देश में 60 के आसपास मस्जिदें है, जिसमें एक से दो लाख मुस्लिम नमाज अता करते हैं। लेकिन अब मोबाइल मस्जिद का आइडिया सभी को पसंद आ रहा है।

हालांकि मोबाइल मस्जिद का रिवाज केवल जापान में नया नया शुरू किया गया हो ऐसा नहीं है। इंडोनेशिया में ये प्रयोग सफलता के साथ 2016 से चल रहा है। इसमें सफेद हरे रंग की वैन शहर के उन हिस्सों में नजर आ जाती हैं, जहां काफी भीड़ होती है। जो लोग भारी ट्रैफिक के कारण मस्जिद में नहीं पहुंच पाते हैं, उनके लिए ये चलती फिरती वैन बड़े काम की हैं। इन वैन के सामने हरी कालीन बिछा दी जाती है और लोग इन्हीं पर नमाज अता कर लेते हैं।

रूस की राजधानी में भी पिछले कुछ समय से ऐसी मोबाइल मस्जिदें नमाज अता करने के लिए इस्तेमाल में आ रही हैं। मास्को में 20 लाख के आसपास मुस्लिम रहते हैं। जबकि वहां केवल चार मस्जिदें हैं। इन मस्जिदों में सभी का पहुंचना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा एक इंटरनेट आधारित कंपनी को ये आइडिया आया। इसमें कारों के साथ इस तरह के मिनी प्रेयर ट्रालीज को जोड़ दिया जाता है, वो मनचाही जगहों पर पहुंच जाती हैं।