हर देश में और हर शख्श की खेलों से जुड़ी अपनी दीवानगी होती है जिसको पाने के लिए वह कुछ भी कर गुजरने को तैयार होता हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके फुटबॉल के प्रति अपनी दीवानगी को जाहिर करने के लिए ऐसा कदम उठाया हैं जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं। तो आइये जानते है इस शख्स के बारे में और फुटबॉल की दीवानगी के चलते इसके अनोखे काम के बारे में।
आपने फुटबॉल का बड़ा से बड़ा प्रशंसक देखा होगा, लेकिन 'मॉरीसियो डॉस एंजोस' जितना नहीं। मॉरीसियो ब्राजील के रहने वाले हैं और वह फुटबॉल के दिवाने हैं। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि मॉरीसियो ने अपने शरीर पर फुटबॉल टीम की जर्सी का टैटू ही बनवा लिया।
मॉरीसियो ने ब्राजील के फुटबॉल क्लब फ्लैमिंगो की जर्सी का टैटू बनवाया हुआ है। उनके टैटू को देखकर ऐसा लगता है जैसे उन्होंने सच में फ्लैमिंगो की जर्सी पहनी हुई है, लेकिन असल में वो एक टैटू है। 33 वर्षीय मॉरीसियो के शरीर के 40 फीसदी हिस्से पर टैटू बना हुआ है। कुल 32 सेशन में इस टैटू को बनवाने में मॉरीसियो को करीब 90 घंटे का समय लगा है।
मॉरीसियो ने बताया कि वह बचपन से ही अपने शरीर पर फ्लैमिंगो की जर्सी का टैटू बनवाना चाहते थे, लेकिन चूंकि उनके पिता को ये सब पसंद नहीं था, इसलिए वो टैटू नहीं बनवा पाते थे। मॉरीसियो जब 18 साल के हुए तो उन्होंने फैसला कर लिया कि चाहे जो हो जाए वो टीम की जर्सी का टैटू तो बनवाकर रहेंगे। टैटू की वजह से मॉरीसियो की भी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग हो गई है। वह कही भी फुटबॉल मैच देखने जाते हैं तो लोग उनके साथ फोटो खिंचवाने लगते हैं।