मुम्बई में एक शख्स को उलटी बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। यह उलटी कोई मामूली उलटी नहीं बल्कि व्हेल मछली की उल्टी थी। करीब 1.3 किलोग्राम वजनी यह उलटी की कीमत इस शख्स ने 1.7 करोड़ लगाई थी। पुलिस के मुताबिक इस आदमी के खिलाफ वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। क्योंकि व्हेल मछली की उल्टी या एम्बरग्रिस (Ambergris) को बेचना गैरकानूनी है। पुलिस और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने विद्याविहार एरिया मुम्बई के कामा लेन से राहुल दुपारे नाम के शख्स को गिरफ्तार किया।
कैसी दिखती है व्हेल मछली की उल्टी और किस काम आती हैआपको बता दें, व्हेल मछली की यह उल्टी सफेद वैक्स जैसी दिखती है, जो सूखकर पाउडर जैसी हो जाती है। इसे बाद में गर्म कर पिघलाकर तेल में बदला जाता है। अमूमन एक व्हेल मछली के पेट से एक बार में करीब 80 से 100 किलो एम्बरग्रिस जमा होता है। अधिक मात्रा होने पर यह उल्टी द्वारा व्हेल के शरीर से बाहर आ जाता है।
एम्बरग्रिस कहलाने वाली 'व्हेल मछली की उल्टी' दरअसल बहुत कीमती वैक्स होती है, जो स्पर्म व्हेल की आंतों से रिसने वाले पदार्थ से बनी होती है। यह आमतौर पर उष्णकटिबंधीय समुद्रों में तैरती मिल जाया करती है और इसका इस्तेमाल परफ्यूम बनाने में किया जाता है। व्हेल मछलियों की यह उल्टी करोड़ों में बिकती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कई देशों में व्हेल के शिकार पर प्रतिबंध है, लेकिन इनकी स्मगलिंग जारी है।
स्पर्म व्हेल वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्स) के तहत संरक्षित लुप्तप्राय प्रजाति है। एम्बरग्रीस शराब, क्लोरोफॉर्म, ईथर और कुछ अस्थिर और स्थिर तेलों में घुलनशील है।