अब कांच की नहीं बल्कि कागज की बोतल में मिलेगी शराब

इस कोरोना काल में जहां बीमारी का कहर और सिस्टम की हकीकत देखने को मिली हैं। वहीँ कई अनोखे अविष्कार भी देखने को मिले हैं जो लोगों के अनोखे दिमाग की उपज हैं। कोरोना काल में कॉन्टेक्टलेस चीजों के लिए कई चीजों ने सुर्खियां बटोरी हैं। ऐसी ही सुर्खियां बटोरी थी शराब की बिक्री ने जब लॉकडाउन में इनकी बिक्री शुरू की गई थी। अब एक अंतरराष्ट्रीय शराब कंपनी ने भी बेहद अनूठा इनोवेशन किया है। यह कंपनी शराब की पैकिंग के लिए कांच की जगह कागज की बोतल का इस्तेमाल करेगी।

दरअसल, दुनिया की सबसे बड़ी शराब कंपनियों में शामिल डियाजियो अपनी मशहूर व्हिस्की जॉनी वॉकर को कागज की बोतल में पैक करेगी। पर्यावरण को ध्यान में रखकर कंपनी अगले साल से इस नए पैकेजिंग का ट्रायल शुरू करेगी। करीब दो सौ साल पुरानी व्हिस्की जॉनी वॉकर आमतौर पर शीशे की बोतल में ही पैक होती है। लेकिन कंपनी अब शीशे और प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने पर जोर दे रही है।

पेपर की बोतलें बनाने के लिए कंपनी पल्पेक्स नाम की एक और फर्म बनाने जा रही है, जो यूनीलीवर और पेप्सिको जैसे ब्रांड के लिए भी काग़ज की बोतलें तैयार करेगी। कंपनी का कहना है कि उसकी पेपर की बोतल वुड पल्प (लकड़ी की लुगदी) से बनेगी और इसका परीक्षण 2021 में किया जाएगा। सबसे खास बात ये है कि इन बोतलों को आसानी से रिसाइकल किया जाएगा।

आज के समय में कई पेय कंपनियां प्रदूषण कम करने के लिए पेपर की बोतले बनाने पर जोर दे रही हैं। बीयर कंपनी कार्ल्सबर्ग भी पेपर की बोतलें बनाने की तैयारी में है। हालांकि दुनिया की बड़ी पेय उत्पाद कंपनी कोका कोला का कहना है कि वो प्लास्टिक बोतलों का इस्तेमाल बंद नहीं करेगी। क्योंकि ग्राहक अभी भी इन्हें काफी पसंद करते हैं।

जॉनी वॉकर के निर्माता कंपनी डियाजियो का कहना है कि उसकी बोतले पल्प को खांचे में दबाव डालकर और फिर माइक्रोवेव में सेककर बनाई जाएंगी। इन बोतलों में अंदर से परत चढ़ाई जाएगी, जो ये सुनिश्चित करेगी कि पेय पदार्थ कागज से ना मिले।