आखिर क्यों इस एक्सट्रीम थर्मामीटर के साथ सेल्फी के लिए हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर रहे लोग!

देखा जाता हैं कि जब भी कभी कोई अनोखी चीज दिखाई देती हैं तो सभी का आकर्षक उस ओर हो जाता हैं। अभी के समय में अमेरिका स्थित नेवाडा की 'डेथ वैली' में अनोखा नजारा देखने को मिल रहा हैं जहां लोग हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं वो भी सिर्फ एक्सट्रीम थर्मामीटर के साथ सेल्फी के लिए। दुनियाभर में इन दिनों हीट टूरिज्म का का नया ट्रेंड चलन में है। न्यूजीलैंड, यूरोप, चीन और अमेरिका में इसका चार्म काफी बढ़ गया है। पिछले महीने सितंबर में डेथ वैली धरती पर सबसे गर्म स्थान के वजह से सुर्खियों में थी। इस खबर के वायरल होते ही वहां पर हीट टूरिज्म बढ़ गया।

डेथ वैली की सबसे बड़ी समस्या ये है कि यहां का तापमान अक्सर 130 डिग्री फोरनहाइट या उससे भी अधिक हो जाता है। यहां पड़ने वाली गर्मी से किसी की भी जान जा सकती है। साल 1913 में यहां 134.06 डिग्री फोरनहाइट रिकॉर्ड तापमान मापा गया था। यहां पानी के निशान तक नहीं हैं। वहीं अगर कहीं पानी मिल भी जाए तो वह खारा होता है। इसे दुनिया की सबसे गर्म जगह के रूप में माना जाता है, जहां किसी का भी रह पाना नामुमकिन है।

बता दें कि डेथ वैली हमेशा से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही है। यहां चलने पर ऐसा लगता है कि जैसे हम किसी माइक्रोवेव ओवन में चल रहे हैं। इस घाटी पर घूमने के लिए हर साल 5 लाख से ज्यादा लोग आते हैं। इन दिनों टूरिस्ट खासतौर पर हीट पिक्चर लेने के लिए आ रहे हैं। डेथ वैली में लगे एक्सट्रीम थर्मामीटर के साथ तस्वीर लेकर लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं।

एनपीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजीलैंड, यूरोप और चीन से काफी लोग डेथ वैली का अनुभव लेने आते हैं। इस जगह पर पर्यटक केवल गर्म मौसम का अनुभव लेने और वहां पर लगे हुए बहुत बड़े थर्मामीटर के साथ सेल्फी लेने के लिए हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर आते हैं।

सबसे ज्यादा हैरान करने की बात ये है कि यूरोप के लोग के वल तापमान का अनुभव लेने यहां आते हैं। क्योंकि वे लोग अपने देश में कभी इतना तापमान सुना ही नहीं है। डेथ वैली पर आने वाले कई पर्यटक अपनी कार में एसी चालू कर बैठे रहते हैं और जैसे ही यहां का तापमान बढ़ जाता है, तो थर्मामीटर के साथ सेल्फी लेने के लिए दौड़ पड़ते हैं।