अपनी खासियत के लिए देशभर में प्रसिद्द है यह स्कूल, कराई जाती है दिव्यांग लड़कियों की शादी

शिक्षा हर बच्चे का अधिकार हैं और इस अधिकार की पूर्ती के लिए देश में कई स्कूल बने हुए हैं। लेकिन इन्हीं स्कूलों में से एक स्कूल ऐसा हैं जो अपनी खासियत के लिए पूरे देश में प्रसिद्द हैं। हम बात कर रहे हैं गुजरात के अहमदाबाद स्थित अंध कन्या गृह की जहाँ दिव्यांग लड़कियों को शिक्षित करने के साथ ही उनकी शादी करने का जिम्मा भी उठाया जाता हैं।

यहां पर सिर्फ लड़कियों ने पढ़ाया नहीं जाता बल्कि उनकी शादी का भी ख्याल रखा जाता है। किसी समय में ये चार बच्चों के साथ खोला गया था और आज ये बड़े पैमाने पर आवासीय विद्यालय का रूप ले चुका है। ये दुनिया के लिए एक मिसाल बना हुआ है। यह स्कूल दिव्यांग लड़कियों को शिक्षित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए खोला गया था। विकलांग लड़कियों की खराब शिक्षा को लेकर साल 1954 में ‘नीलकांत राय छत्रपति’ ने 10 हजार रुपये फंड के साथ इस स्कूल की शुरुआत की थी।

इस स्कूल की देखरेख का जिम्मा ‘अंध कन्या प्रकाश गृह’ नाम के एक गैर सरकारी संगठन के पास है। ये स्कूल शारीरिक रूप से दिव्यांग लड़कियों को शिक्षा के साथ उन्हे जीवन के प्रति आत्मविश्वास भी बढ़ाना है। जब दिव्यांग लड़कियां शादी के योग्य हो जाती हैं तो संस्थान की ओर से उनके योग्य वर ढूंढकर उनकी शादी भी कराई जाती है।

यही बात इस स्कूल को बाकी सभी स्कूलों से अलग बनाती है। जानकारी के लिए बता दें कि ये लड़किया चिक्की दिवाली के दिए कई प्रोडक्ट बनाती है जिनको बाजार में काफी पसंद किया जाता है। ये दिव्यांग छात्राएं पढ़ाई और अन्य गतिविधियों के मामले में किसी भी सामान्य छात्र से बिल्कुल भी कम नहीं हैं।