आजकल देखा जा रहा हैं कि किशोर समय से पहले ही विकसित होने लगे हैं और इसका असर उनकी शारीरिक संरचना पर बहुत पड़ता हैं। जी हाँ, आजकल किशोरावस्था में ही बच्चों के प्राइवेट पार्ट्स जल्दी विकसित होने लगे हैं, खासतौर से लड़कियों में यह ज्यादा होने लगा हैं। यह तो सामान्य क्रिया हैं जो वातावरण के अनुसार हो रही हैं। लेकिन आज हम आपको जिस घटना के बारे में बताने जा रहे है वो बेहद चौकाने वाली हैं क्योंकि यहाँ लड़कियों को कम उम्र में ही जवान बनाने के लिए घिनौने काम किए जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
हम आपको अफ्रीका के देश मॉरीटेनिया देश के बारे मे बता रहे हैं जहां कम उम्र की लड़कियों की मोटापा बढ़ाने के लिए उनपर जुल्म-ओ-सितम किया जा रहा है। यहाँ पर लड़कियों को एक दिन में 16,000 तक कैलोरी खाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसकी एक डॉक्यूमेंट्री भी बन चुकी है जिसमें ये बताया गया है कि इस देश में 11 साल की लड़कियों के लिए 2 महीने का खास फीडिंग सीजन होता है। इस सीजन में इन बच्चियों को मोटा करने के लिए उन्हें ऊंट का दूध, पॉरिएज इत्यादि ज्यादा से ज्यादा खिलाया जाता है।लेकिन इस देश में गरीब परिवारों अपनी बेटियों का इतना नहीं खिला पाते हैं और इसके लिए वो लोग अपनी बच्चियों को जानवरों को मोटा करने वाला कैमिकल तक खाने पर मजबूर करते हैं। यहां बच्चियों को नाश्ते में 3000 कैलोरी, लंच में 4000 कैलोरी तथा रात के भोजन में 2000 कैलोरी तक दी जा रही है।