पुलिस में भर्ती होने के लिए आखिर क्यों किया जाता हैं यहां लड़कियों की वर्जिनिटी का 'टू फिंगर टेस्ट'

महिलाएं कदम के साथ कदम मिलाकर मर्दों को मुकाबला दे रही हैं। पुलिस में भी मर्दों के साथ महिलाऐं देखि जा सकती हैं। पुलिस में भर्ती होनी की अपनी एक प्रक्रिया होती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडोनेशिया में महिलाओं का पुलिस बनना इतना आसान नहीं है। इससे पहले उनका वर्जिनिटी का 'टू फिंगर टेस्ट' किया जाता हैं। यहां औरतों को पुलिस में भर्ती होने हेतु ये साबित करना होता है कि वो वर्जिन हैं। यहीं नहीं, उनकी वर्जिनिटी चेक हेतु उनका टेस्‍ट भी होता है।

यहां वर्जिनिटी टेस्ट में महिलाओं को वो टेस्ट पास करना होता है जो बलात्कार के बाद लड़कियों का किया जाता है। इस टेस्ट का नाम टू फिंगर टेस्ट से होता है। बता दें कि, इसके साथ ही पुलिस में भर्ती होने के लिए महिलाओं को एक सलेक्शन कमिटी के सामने अपनी सुंदरता का प्रदर्शन भी करना पड़ता है।

यह टू फिंगर टेस्ट देश में प्रचलित टीएफटी से बलात्कार पीड़ित महिला की वजाइना के लचीलेपन की जांच की जाती है। अंदर प्रवेश की गई उंगलियों की संख्या से डॉक्टर अपनी राय देता है कि ‘महिला सक्रिय सेक्स लाइफ’ में है या नहीं। इंडोनेशिया में जिस महिला को पुलिस में भर्ती होने का मन होता है उसे भर्ती होने तक कुंवारेपन का पालन करना अनिवार्य है।