अनूठी गुरु दक्षिणा, 1200 बच्चों ने 1.71 लाख रु. इकट्ठा कर शिक्षिका का किया कन्यादान

1200 छात्रों ने अपनी शिक्षिका का कन्यादान कर अनूठी गुरु दक्षिणा दी है। पाली के सुंदरनगर स्थित राजश्री स्कूल के बच्चों ने स्कूल प्रबंधन के सहयोग और अपने जेब खर्च से 1 लाख 71 हजार का एकत्रित कर अपनी शिक्षिका हेमा प्रजापत का कन्यादान किया। हेमा के माता-पिता और भाई नहीं थे। ऐसे में विद्यालय स्टाफ के साथ ही वहां पढ़ने वाले बच्चों ने 10 दिसंबर को शादी करवाई।

शिक्षिका हेमा प्रजापत का कहना है कि बच्चों ने जो किया वह किसी सपने के सच होने जैसा है। स्कूल प्रबंधन और छात्र इतना प्यार करेंगे सोचा नहीं था। मैं बच्चों की इस गुरु दक्षिणा को वापस पढ़ाकर पूरा करूंगी। स्कूल के निदेशक राजेंद्रसिंह धुरासनी ने बताया कि बच्चों की इस पहल के बाद स्टाफ और प्रबंधन ने भी शिक्षिका की मदद की। शिक्षिका हेमा को महिला दिवस पर भी श्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान और 51 हजार का पुरस्कार दिया गया था।

आपको बता दे, हेमा का बचपन कठिनाइयों भरा रहा है। छह माह की उम्र में पिता का देहांत फिर 16 साल की उम्र में मां का भी निधन हो गया। हेमा की एक छोटी बहन है जिसकी पढ़ाई और पालने की जिम्मेदारी भी हेमा पर थी। हेमा स्कूल की छुट्टी के बाद नियमित रूप से 2 घंटे रुक कर जरूरतमंदों को निशुल्क कोचिंग देती हैं। इतना ही नहीं स्कूल की छुट्टी वाले दी भी विद्यार्थियों की एक्स्ट्रा क्लास लेती थी। हेमा ने 5 साल में मात्र 6 छुट्टी ली हैं। हेमा ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से गणित विषय में प्रथम श्रेणी से एमएससी किया और बीएड किया है।