उत्तरी कोरिया को अपने अनोखे कारनामों के लिए जाना जाता हैं जो कि पोरी दुनिया से उलट चलता हैं। यहां के अनोखे कानून और काम दुनिया को हैरत में डालते हैं। हाल ही में, ऐसा ही एक खुलासा सामने आया हैं जिसके अनुसार उत्तरी कोरिया में कैदियों के शवों से खाद बनाकर उससे सेना के जवानों के लिए खेती की जा रही हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तरी कोरिया के केचियॉन कैंप में बंद एक पूर्व महिला कैदी किम इल सून ने बताया कि केचियॉन कैंप एक कंसेंट्रेशन कैंप है।
ये कैंप यहाँ की राजधानी प्योंगयांग में स्थित है। यहां कैदियों को जो यातनाएं दी जाती हैं, वैसी कहीं नहीं दी जाती होंगी। किम इल सून ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में फसले उग नहीं रही थी, तब किसी ने यह सलाह दी कि मारे गए कैदियों के शवों से खाद बनाकर जमीन में डाली जाए, तो फसलें अच्छी होंगी। इसके बाद से यह परंपरा चालू हो गई। फसलें अच्छी होने लगी तो कैदियों को मारकर उनके शवों के खाद बनाए जाने लगे। ये शव प्राकृतिक खाद का काम कर रहे हैं।किम इल सून ने बताया कि उत्तरी कोरिया के सैनिकों को इस बात की भी ट्रेनिंग दी जा रही है कि कितनी दूरी पर और किस तरीके शवों को दफनाना है। इससे शव खाद बन सकें और फसलों को फायदा मिले। जानकारी के मुताबिक किम इल सून ने अपनी यह कहानी मानवाधिकार समिति (HRNK) को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में बताई।