दिल्ली की कोर्ट में बुधवार को उस समय अनोखा दृश्य देखने को मिला जब पिंजरे में बंद करके तोतों की पेशी हुई। पिंजरे में तकरीबन 13 तोते थे। तोतों की कोर्ट में पेशी एक उजबेक नागरिक की हरकत की वजह से हुई । रखमतजोनोव नाम के इस उजबेक को 15 अक्टूबर को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सीआईएसएफ ने उस समय पकड़ा था, जब वह जूतों के डिब्बों में रखकर तोतों की अपने देश तस्करी की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से कई डिब्बों में से ये सभी जीवित तोते बरामद किए गए। कानून के मुताबिक, किसी केस से संबंध रखने वाली संपत्ति को अदालत में पेश करना जरूरी है। इसलिए इन तोतों को कोर्ट में पेश करना पड़ा। कस्टम विभाग ने आरोपी उजबेक नागरिक के खिलाफ वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इसके मुताबिक, भारत से तोतों का निर्यात प्रतिबंधित है। यानी उन्हें बाहर ले जाने पर रोक है। बाद में अदालत के आदेश पर इन्हें देख-रेख के लिए ओखला बर्ड सेंचुरी के अधिकारियों को सौंप दिया गया।
सीआईएसएफ की पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि ये तोते उसने पुरानी दिल्ली के एक विक्रेता से खरीदे थे। उसके देश में तोतों की भारी मांग है, इसलिए वह इन्हें तस्करी करने की कोशिश कर रहा था। आरोपी उजबेक नागरिक ने जमानत की गुहार लगाई, लेकिन कोर्ट ने उसे राहत देने से इनकार करते हुए 30 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।