राम मंदिर के लिए बुजुर्ग कपल ने बनाया 10 फुट लंबा लोहे का ताला, वजन 400 किलोग्राम

उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ तालों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां रहने वाले एक बुजुर्ग कपल ने ऐसा ताला बनाया है जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। अलीगढ़ ज्वालापुरी के रहने वाले इस बुजुर्ग ने विश्व का सबसे बड़ा ताला बनाया है, जिसकी लंबाई 10 फुट बताई जा रही है। इस ताले का वजन 400 किलोग्राम बताया जा रहा है और इसकी चाबी का वजन 30 किलो है। यह लोहे का ताला 6 इंच मोटाई का है। इस ताले की दो चाबी तैयार की गई हैं। ताले का कड़ा 4 फीट का है।

'आईएएनएस' की रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़ ज्वालापुरी के रहने वाले सत्यप्रकाश ने अपनी पत्नी रूक्मणी के साथ मिलकर विश्व का सबसे बड़ा ताला बनाया है और यह विशाल ताला आयोध्या में बन रहे राम मंदिर को समर्पित करने के लिए बनाया है। लगभग 2 लाख रुपये की लागत से बने इस ताले को बनाने में 6 महीने का समय लगा, जिसपर रामदरबार की आकृति भी उकेरी गई हैं।

65 वर्षीय सत्यप्रकाश मजदूरी पर ताला तैयार करते हैं। उन्होंने कहा- इस कला को बढ़ावा देने के लिए सरकारी मदद की जरूरत है। अभी जो काम किया है। उसके लिए ब्याज में पैसे लेकर काम किया है।

सत्यप्रकाश ने बताया कि अयोध्या भेजने से पहले इस ताले में कई बदलाव किए जाएंगे। जैसे बाक्स, लीवर, हुड़का को पीतल से तैयार किया जाएगा। ताले पर स्टील की स्क्रेप सीट लगाई जाएगी, जिससे उस पर जंग ना लगे। हालांकि, इसके लिए उन्हें और पैसे की आवश्यकता है, जिसके लिए वो लोगों से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं।

सत्यप्रकाश ने आगे कहा कि उनकी चाहत है कि 26 जनवरी को नई दिल्ली की परेड में वो इससे बड़े ताले की झांकी बनाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार को पत्र भी लिखे है और इस सिलसिले में उपमुख्यमंत्री से भी मिल चुके हैं।