वर्तमान समय का माहौल किसी के लिए भी सुरक्षित नहीं कहा जा सकता हैं। आपने यह तो सुना ही होगा कि आज महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ महिलाएं बल्कि पुरुष भी सुरक्षित नहीं हैं। लोगों की अपराध की मानसिकता के चलते कई यौन अपराध होने लगे हैं। इसी का एक उदाहरण देखने को मिला ब्रिटेन में जहां रिनहार्ड नाम का अपराधी 190 मर्दों को अपना शिकार बना चुका हैं और इसके लिए उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। उसकी यह कहानी बेहद हैरान करने वाली हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
रिनहार्ड नाम के इस व्यक्ति के नाम 159 यौन अपराधों में 136 दुष्कर्म के अपराध शामिल थे। अदालत के अनुसार रिनहार्ड 48 मर्दों को बहला फुसला कर अपने फ्लैट में ले गया था और फिर उनके साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस के अनुसार इस बात के सबूत हैं कि रिनहार्ड ने 190 लोगों को निशाना बनाया था।
36 साल का रिनहार्ड पहले ही दो मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहा है। ब्रिटेन में रह रहे इंडोनेशिया के नागरिक रिनहार्ड सनागा को अदालत ने चार अलग-अलग मुकदमों में 136 बलात्कार, आठ बलात्कारों की कोशिश और 14 अन्य यौन अपराधों का दोषी पाया है। जांच में ये भी पता चला है कि सनागा आम तौर पर उन पुरुषों को अपना निशाना बनाता था जो समलैंगिंक नहीं थे।
पुलिस का कहना है कि ब्रिटेन के पूरे न्यायिक इतिहास में रिनहार्ड सनागा सबसे 'खतरनाक दुष्कर्मी' है और आशंका है कि वो पूरी दुनिया में भी 'सबसे खतरनाक दुष्कर्मी' हो। सोमवार को अदालत में सुनवाई के दौरान जस्टिस सुजैन गोडार्ड ने कहा, 'रिनहार्ड सनागा एक शैतान माफिक यौन शिकारी है जिसे कभी भी रिहा करना खतरनाक होगा।' अदालत ने इस मामले की रिपोर्टिंग पर लगी पाबंदी भी हटा ली जिसके बाद सनागा की पहचान सार्वजनिक कर दी गई।
सनागा नाइट क्लबों और बार से बाहर निकलने वाले मर्दों का इंतजार करता था और फिर उन्हें अपने फ्लैट में ले जाता था। वो अपने शिकार को शराब या उनके लिए टैक्सी मंगवाने की पेशकश करता था। अपने शिकार पुरुषों का दुष्कर्म से पहले उन्हें बेहोशी की दवा दे देता था। जागने के बाद पीड़ित लोगों में से ज्यादातर को पता ही नहीं होता था कि उनके साथ क्या हुआ है। गिरफ्तारी से पहले वो यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स से पीएचडी कर रहा था और कई बरसों से वो मर्दों से साथ दुष्कर्म कर रहा था।
सनागा को जून 2017 में गिरफ्तार किया गया था जब उसका एक शिकार बनने वाला व्यक्ति दुष्कर्म की कोशिश के दौरान होश में आ गया और उसने पुलिस को बुला लिया। जब पुलिस ने सनागा का मोबाइल फोन अपने कब्जे में लिया तो उन्हें सैकड़ों घंटों की फुटेज मिली जो सनागा ने दुष्कर्म के दौरान बनाई थी। यही ब्रिटेन के इतिहास में दुष्कर्म की सबसे बड़ी जांच का कारण बना। पुलिस ने बताया है कि सनागा पीड़ितों को बेहोश करने के लिए कुछ बेहद खतरनाक और प्रतिबंधित ड्रग्स का इस्तेमाल करता था। ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने कहा है कि वो ऐसी ड्रग्स के इस्तेमाल की बात सुनकर 'बेहद चिंतित' हैं।
वहीं, सनागा ने खुद को बेगुनाह बताया है और कहा है कि उसने सभी पुरुषों से 'उनकी सहमति से संबंध बनाए'। सनागा ने अदालत में अपने बचाव में कहा कि सभी पुरुषों ने अपनी वीडियो बनाए जाने पर भी सहमति जताई थी। जज ने उसकी इस दलील को 'बेसिरपैर' का बताया है। सनागा को सजा सुनाते वक्त अदालत में कुछ पीड़ितों के बयान भी पढ़े गए। एक पीड़ित ने कहा था, 'सनागा ने मेरी जिंदगी का एक हिस्सा तबाह कर दिया।' एक अन्य पीड़ित ने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि वो कभी जेल से बाहर न आए और नरक में सड़े।' एक और पीड़ित ने अपने बयान में कहा, 'अभी भी कई बार ऐसा होता है जब मैं बिस्तर से उठकर दिन का सामना नहीं कर पाता।' कई अन्य पीड़ितों ने कहा कि जब तक पुलिस ने उनसे संपर्क नहीं किया, उन्हें इस बात का अहसास भी नहीं था कि उनके साथ दुष्कर्म किया गया था।
सनागा के शिकार कई पीड़ित पुरुषों की मैनचेस्टर स्थित 'सेंट मैरी सेक्शुअल असॉल्ट रेफरल सेंटर' में काउंसलिंग की जा रही है। सेंटर में काम करने वाली लिजा वॉटर्स ने बताया कि कई पुरुषों के लिए अब भी इस सदमे से निकलना बेहद मुश्किल हो रहा है। कई पीड़ित मानसिक तकलीफ और 'खुदकुशी के ख्याल' से जूझ रहे हैं। वहीं, जांचकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने सनागा के शिकार हुए 70 अन्य पीड़ितों की पहचान करने में सफल नहीं हो पाए हैं और वो पीड़ितों से निडर होकर सामने आने की अपील कर रहे हैं।