यूनाइटेड किंगडम में हर साल होने वाला बीच क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत हो गई है। मई से सितंबर तक 3 टीमें समुद्र किनारे क्रिकेट खेलती हैं। लीग में इस बार 3 टीमें हिस्सा ले रही हैं- द मैकगल्नि ब्रदर्स-11, किल्माकॉम और ब्रोकबैट। बीच क्रिकेट का ये कॉन्सेप्ट वेस्टइंडीज से लाया गया है, जहां समुद्र किनारे क्रिकेट खेलने का दशकों पुराना चलन है। टीम के लोग पिच से लेकर नियम तक खुद ही बनाते हैं। शिप इन क्लब बीच क्रिकेट का आयोजन कराता है। यह ब्रिटेन का एकलौता क्रिकेट क्लब है, जिसके पास बीच क्रिकेट की पिच है। हालांकि, ये पिच टिकती नहीं हैं। हर 2 से 3 दिन में लहरें पिच बहाकर ले जाती हैं। फिर रोलर चलाकर नई पिच बनाई जाती है।
2 से 3 साल पहले यूके में शुरू हुई ये लीग इस बार की लीग स्कॉटलैंड में खेली जा रही है। बीच क्रिकेट में 8-8 ओवर के मैच होते हैं। तमाम नियम गली क्रिकेट के नियमों जैसे ही होते हैं। बीच क्रिकेट का मकसद सिर्फ मनोरंजन होता है, इसलिए खिलाड़ियों की कोई तय संख्या नहीं रखी जाती और न ही एलबीडब्ल्यू, वाइड बॉल और नो बॉल देने का प्रावधान रखा जाता है।
जिसका भी मन हो, वह आकर खेल सकता है। बस उसे सफेद किट में आना होगा। अमूमन मैच 8-8 ओवर के रखे जाते हैं। हालांकि, मैच देख रहे लोग अगर किसी खिलाड़ी का खेल पसंद कर रहे हैं, तो उसे दो मौके भी दे दिए जाते हैं। समुद्र के बिल्कुल पास, पिकनिक मना रहे लोगों के बीच में या बीच की दीवार के पार बॉल मारने पर बल्लेबाज ही बॉल लेने जाता है। सबसे मजेदार वाली बात इस गेम यह है कि इसमें स्कोर गिनने वाला कोई नहीं है तो खिलाड़ियों को खुद ही स्कोर याद रखने होते हैं। हर बॉल के बाद चिल्लाकर स्कोर बताना होता है। पानी के अंदर बॉल मारने पर 6 रन मिलते हैं और बल्लेबाज आउट भी करार दे दिया जाता है। फिर वही बल्लेबाज बॉल लेकर आता है। अगर फील्डर ने एक हाथ से कैच ले लिया, तो सामने वाले टीम की पारी खत्म। भले ही कितने भी विकेट बचे हों।