ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल के बाहर एक नवजात बच्ची को देखने के लिए जमावड़ा लग गया। दरअसल, एक महिला ने 4 पैर की बच्ची को जन्म दिया है। जैसे ही यह खबर अस्पताल में फैली दूसरे मरीजों के परिजनों समेत बाहर के लोगों का जमघट लग गया। कोई इसे चमत्कारी बच्ची बता रहा है तो कोई दैवीय अवतार मान रहा है। हालाकि, डॉक्टर्स इसे मेडिकल की भाषा में 'इशियोपेगस' का केस बता रहे हैं। उनका कहना है कि लाखों में से एक बच्चे में इस तरह से अतिरिक्त अंग विकसित होते हैं।
जयारोग्य अस्पताल समूह के अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ का कहना है कि नवजात में शारीरिक विकृति है और कुछ भ्रूण अतिरिक्त बन गया है, जिसे मेडिकल साइंस की भाषा में 'इशियोपेगस' कहा जाता है। इससे गर्भ में पल रहे शिशु में शरीर के नीचे के भाग का अतिरिक्त विकास हो जाता है। लाख में से एक बच्चे को ये परेशानी होती है।
डॉ धाकड़ ने बताया कि सर्जरी के जरिए ऐसे बच्चों को नॉर्मल किया जाता है। इस बच्ची के दो अतिरिक्त पैर को सर्जरी कर निकाला जाएगा। फिलहाल नवजात पूरी तरह सेहतमंद है।पहले से हैं दो बेटियां
ग्वालियर शहर स्थित सिकंदर कंपू इलाके की रहने वाली आरती कुशवाह 4 पैर वाली बच्ची की मां बनी है। प्रसूता की बहन ने बताया कि आरती की पहले से दो बेटियां हैं। अब तीसरी बेटी चार पैरों के साथ पैदा हुई है। उसकी सर्जरी करानी होगी। आरती के परिवार की आर्थिक हालात भी ऐसी नहीं है कि वह सर्जरी का खर्च उठा पाए। यही वजह है कि परिवार सरकार से मदद की आस लगा रहा है।