आपकी बैंकिंग जानकारी खतरे में! विंडोज के फीचर की आड़ में सक्रिय हुआ नया मैलवेयर Coyote

अगर आप डिजिटल बैंकिंग, यूपीआई या क्रिप्टो वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने एक नए खतरनाक मैलवेयर 'Coyote' की पहचान की है, जो विंडोज़ के खास फीचर का फायदा उठाकर आपकी गोपनीय वित्तीय जानकारी चुरा सकता है। Akamai नाम की एक प्रतिष्ठित साइबर सिक्योरिटी फर्म ने इस खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है।

Coyote कैसे करता है काम?

यह मैलवेयर विंडोज के UI Automation Framework का दुरुपयोग करता है — जिसे असल में विकलांग यूज़र्स के लिए डिजाइन किया गया था। इसी सुविधा के सहारे Coyote आपके सिस्टम में गहराई से निगरानी करता है और यह पता लगाता है कि आप किन वेबसाइट्स पर जा रहे हैं, विशेषकर बैंकिंग या क्रिप्टो एक्सचेंज साइट्स पर।

एक बार सक्रिय होने के बाद यह निम्नलिखित संवेदनशील जानकारियाँ चुरा सकता है:


आपका यूज़रनेम

कंप्यूटर का नाम

सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन

और किन-किन फाइनेंशियल सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं

चोरी हुई जानकारी सीधा एक कमांड-एंड-कंट्रोल (C2) सर्वर तक पहुंचाई जाती है, जहां साइबर अपराधी आसानी से इसका दुरुपयोग कर सकते हैं।

किन तकनीकों का इस्तेमाल करता है Coyote?

Coyote एक बहुरूपिया मैलवेयर है जो अलग-अलग तकनीकों के ज़रिए यूज़र्स को निशाना बनाता है:

की-लॉगिंग: आपकी टाइपिंग को रिकॉर्ड करता है

फिशिंग ओवरले: नकली बैंकिंग वेबसाइट्स दिखाकर पासवर्ड चुराता है

स्क्विरल इंस्टॉलर: खुद को असली सॉफ्टवेयर के रूप में पेश करता है

GetForegroundWindow API: एक्टिव विंडो देखकर यह तय करता है कि आप बैंकिंग साइट पर हैं या नहीं

फिलहाल ब्राज़ील निशाने पर, भारत भी खतरे से बाहर नहीं

Coyote फिलहाल ब्राज़ील में सबसे ज्यादा सक्रिय है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह साइबर हमलावरों की आम रणनीति होती है — पहले एक देश में परीक्षण, फिर वैश्विक स्तर पर हमला। भारत जैसे देश, जहां डिजिटल बैंकिंग तेजी से बढ़ रही है, आने वाले समय में इसका अगला निशाना बन सकते हैं।

कैसे करें बचाव?

1. सिस्टम को अपडेट रखें: हर सॉफ़्टवेयर अपडेट में सुरक्षा सुधार शामिल होते हैं। अपने कंप्यूटर, ब्राउज़र और ऐप्स को लेटेस्ट वर्ज़न पर रखें।

2. भरोसेमंद एंटीवायरस इंस्टॉल करें:एक सक्षम और अपडेटेड एंटीवायरस प्रोग्राम मैलवेयर का जल्दी पता लगा सकता है।

3. संदिग्ध लिंक से दूरी बनाएं:किसी अनजान ईमेल, वेबसाइट या पॉप-अप लिंक पर क्लिक करने से पहले सतर्क रहें।

4. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें:अपने बैंकिंग और वॉलेट अकाउंट्स पर टू-स्टेप वेरिफिकेशन चालू करें, ताकि सुरक्षा की एक और परत जुड़ सके।

सतर्कता ही सुरक्षा है


Coyote जैसे मैलवेयर से बचने के लिए आपको टेक्नोलॉजी से एक कदम आगे रहना होगा। थोड़ी सी जागरूकता, मजबूत सुरक्षा उपाय और सतत अपडेट आपको बड़े साइबर खतरों से बचा सकते हैं। याद रखें — डिजिटल दुनिया में आपकी जानकारी आपकी सबसे कीमती संपत्ति है।