अमित शाह का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए…, महुआ मोइत्रा का विवादित बयान

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर अपने तीखे और विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए। महुआ का कहना है कि देश में बढ़ती अवैध घुसपैठ के लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार और उसकी सुरक्षा एजेंसियां जिम्मेदार हैं।

केंद्र की नीतियों पर तीखा वार

अपने भाषण में महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि सरकार केवल “घुसपैठिया” कहकर मामले को राजनीतिक रंग देती है, जबकि सीमा सुरक्षा की असली जिम्मेदारी गृह मंत्रालय के अधीन है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री खुद यह स्वीकार करते हैं कि अवैध घुसपैठ से देश की जनसंख्या संतुलन बिगड़ रहा है, तब गृह मंत्री केवल मुस्कुराकर और तालियां बजाकर बात टाल देते हैं।

महुआ ने कहा, “यदि हमारी सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं और रोजाना हजारों की संख्या में विदेशी लोग घुसपैठ कर रहे हैं, हमारी जमीनें हड़प रहे हैं और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में डाल रहे हैं, तो इसका सबसे बड़ा जिम्मेदार गृह मंत्री को ही ठहराया जाना चाहिए।”

बीएसएफ की भूमिका पर भी सवाल

महुआ यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर प्रश्न उठाए। उनका कहना था कि पश्चिम बंगाल के कई लोग बीएसएफ से खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं और उन्हें लगता है कि असली घुसपैठ रोकने के बजाय स्थानीय लोगों को परेशान किया जा रहा है।

उनका बयान ऐसे समय आया है जब केंद्र सरकार ने “ऑपरेशन पुशबैक” के नाम से रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की है। इस बीच महुआ के इस विवादित वक्तव्य पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी कार्यकर्ता संदीप मजूमदार ने नदिया कोतवाली थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

असम दौरे पर शाह का पलटवार

दूसरी ओर, गृह मंत्री अमित शाह असम के दो दिवसीय दौरे पर हैं। गुवाहाटी राजभवन की नई ब्रह्मपुत्र इकाई के उद्घाटन के दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। शाह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने “घुसपैठिए बचाओ यात्रा” की शुरुआत करके देश की राजनीति को नकारात्मक दिशा में मोड़ दिया है।

उन्होंने कहा, “राहुल गांधी मतदाता सूची में अवैध घुसपैठियों को शामिल कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दूषित करना चाहते हैं। अगर उनमें जरा भी शर्म बाकी है तो उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”

राजनीतिक सरगर्मी तेज


महुआ मोइत्रा के इस बयान के बाद बंगाल और असम दोनों राज्यों की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। भाजपा ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा पर सीधा हमला बताया है, वहीं टीएमसी इसे “सरकार की नाकामी पर सख्त सवाल” कह रही है। घुसपैठ का मुद्दा पहले से ही गर्माया हुआ है और अब इस विवाद ने इसे और तीखा कर दिया है।