पश्चिम बंगाल के निलंबित तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर ने शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बाबरी मस्जिद निर्माण को लेकर तीखी टिप्पणी की। हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में आयोजित शिलान्यास समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह सरकार से एक रुपया भी नहीं लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बाबरी मस्जिद के निर्माण के लिए 80 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे और यदि सरकारी धन लिया गया तो मस्जिद की पवित्रता पर असर पड़ेगा।
हुमायूं कबीर ने लोगों से की अपीलशिलान्यास समारोह में हुमायूं कबीर ने कहा, मालदा, मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना के लोग बाबरी मस्जिद के निर्माण में सहयोग देंगे। मेरे पास मस्जिद के लिए 25 बीघा जमीन है, लेकिन स्थानीय प्रशासन हमें रोक रहा है। हमें सरकारी धन की आवश्यकता नहीं है। मैं उस व्यक्ति का नाम नहीं लूंगा, जिसने 80 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है।
पुलिस से मिल रहा समर्थनहुमायूं कबीर ने कहा कि उन्हें पश्चिम बंगाल पुलिस का समर्थन मिल रहा है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय को सलाम और शुभकामनाएं भी दीं।
जल्द उद्घाटन का दावामंच से कबीर ने यह भी कहा कि उन्होंने 2024 में घोषणा की थी कि बाबरी मस्जिद का उद्घाटन जल्द ही मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में किया जाएगा। 6 दिसंबर को उन्होंने मस्जिद की नींव रखने के लिए लोगों के बीच पहुंचने की जानकारी दी।
निर्माण सामग्री और स्थानीय योगदानबाबरी मस्जिद के निर्माण के लिए मालदा सहित अन्य जिलों से कंस्ट्रक्शन सामग्री ट्रैक्टरों द्वारा बेलडांगा पहुंचाई जा रही है। इसके अलावा कई मुस्लिम श्रद्धालु ईंटें अपने सिर पर रखकर मुर्शिदाबाद पहुंचे और निर्माण में योगदान देने की इच्छा जताई।
टीएमसी से निलंबन और नई पार्टी की योजनाहुमायूं कबीर को पार्टी विरोधी गतिविधियों और सार्वजनिक बयानबाजी के कारण तृणमूल कांग्रेस से सस्पेंड किया गया था। पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि पार्टी ने उनके हाल के कार्यों के कारण यह निर्णय लिया। निलंबन के बाद हुमायूं कबीर ने अपनी अलग राजनीतिक पार्टी बनाने की भी घोषणा की है।