
तेलंगाना के रंगा रेड्डी ज़िले में रविवार देर रात उस समय तनाव फैल गया जब कथित तौर पर पशुओं के शव ले जा रहे दो वाहनों को रोककर आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना हैदराबाद के पास मायलारदेवपल्ली डिवीजन के लक्ष्मीगुड़ा इलाके में हुई, जहां कथित तौर पर एक गौ-रक्षा समूह के सदस्यों ने ये कार्रवाई की। घटना के बाद समुदाय विशेष ने कड़ा विरोध जताया और पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया।
क्या हुआ थास्थानीय सूत्रों के मुताबिक, दो वाहन पशुओं के शव ले जा रहे थे। इसी दौरान कथित गौ-रक्षकों ने उन्हें रोका, चालकों के साथ मारपीट की और वाहनों को आग लगा दी। फौरन पुलिस को सूचना दी गई और दमकल विभाग को बुलाया गया, जिसने आग पर काबू पाया।
पुलिस की प्रतिक्रिया और कार्रवाईसाइबराबाद के पुलिस कमिश्नर अविनाश मोहंती खुद मायलारदेवपल्ली थाने पहुंचे और हालात का जायज़ा लिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा: “हमें सूचना मिली कि दो वाहनों में पशु शव ले जाए जा रहे थे। कुछ लोगों ने ड्राइवर पर हमला कर वाहन जलाने की कोशिश की। पुलिस ने समय रहते पहुंचकर भीड़ को हटाया और घायलों को अस्पताल भेजा गया। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच जारी है। इस समय हालात शांतिपूर्ण हैं और गश्त बढ़ा दी गई है।”
सामुदायिक विरोध और तनाव
घटना के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मायलारदेवपल्ली पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए और इस सांप्रदायिक भावना से प्रेरित हिंसा पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने प्रशासन से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम की मांग की।
फिलहाल स्थितिपुलिस की तत्परता से स्थिति पर फिलहाल नियंत्रण पा लिया गया है। लेकिन संवेदनशील इलाका होने के चलते वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
तेलंगाना जैसे शांत राज्य में इस तरह की घटना से यह चिंता बढ़ गई है कि कहीं सांप्रदायिक ताकतें माहौल बिगाड़ने की कोशिश तो नहीं कर रहीं। फिलहाल प्रशासन की प्राथमिकता शांति बनाए रखने और दोषियों की पहचान कर कार्रवाई करने की है।