कोयंबटूर में एयरपोर्ट के पास छात्रा से गैंगरेप, आरोपी फरार; BJP ने स्टालिन सरकार पर साधा निशाना

तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक बार फिर शर्मनाक घटना ने राज्य को हिला कर रख दिया है। एयरपोर्ट के नजदीक एक महिला कॉलेज छात्रा के साथ तीन लोगों ने कथित रूप से गैंगरेप किया और वारदात के बाद मौके से फरार हो गए। इस जघन्य अपराध ने न केवल शहर में सनसनी फैला दी है, बल्कि राज्य की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कार में दोस्त के साथ थी छात्रा, बीच रास्ते में हुई वारदात

मामले की शुरुआती जानकारी के मुताबिक पीड़िता कोयंबटूर के एक निजी कॉलेज में पढ़ाई कर रही है। घटना के वक्त वह अपने एक दोस्त के साथ कार में मौजूद थी। आरोपियों ने अचानक उन पर हमला किया, उसके दोस्त को बुरी तरह पीटा और छात्रा को जबरन उठा ले गए। बाद में उसे एक सुनसान इलाके में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया।

पीड़िता अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत फिलहाल स्थिर है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “लड़की को चिकित्सकीय सहायता दी जा रही है। वह खतरे से बाहर है।” घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सात विशेष टीमों का गठन किया है, जो आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं।

सर्च ऑपरेशन जारी, सीसीटीवी और गवाहों से मिल रहे सुराग

कोयंबटूर पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है। आस-पास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। साथ ही संभावित गवाहों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

तमिलनाडु में बढ़ते अपराधों पर बढ़ी चिंता

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब तमिलनाडु में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर जनता में असंतोष है। हाल के महीनों में राज्य में यौन हिंसा से जुड़ी कई घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जिससे कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।

बीजेपी ने उठाए सवाल, स्टालिन सरकार को घेरा


विपक्ष ने इस घटना को लेकर डीएमके सरकार पर तीखा हमला बोला है। तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “डीएमके सरकार के सत्ता में आने के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। अपराधियों को न तो कानून का डर है, न ही पुलिस का।” उन्होंने आगे कहा, “डीएमके नेताओं और कानून लागू करने वाली एजेंसियों में ऐसे लोगों को बचाने की प्रवृत्ति दिखाई देती है, जो इन जघन्य अपराधों में शामिल होते हैं।”

जनता में गुस्सा, पुलिस पर कार्रवाई का दबाव

कोयंबटूर की इस घटना के बाद जनता में गुस्सा और भय दोनों हैं। सोशल मीडिया पर लोग पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन पर भी आरोपियों को जल्द पकड़ने और कड़ी सजा दिलाने का दबाव बढ़ गया है।