
जयपुर। राजस्थान में मौसम ने अचानक करवट ली है। प्रदेश के कई हिस्सों में जहां तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है, वहीं 24 जिलों में आंधी और बारिश की संभावनाएं मौसम को राहत देने का संकेत दे रही हैं। मौसम विभाग ने दक्षिणी और पूर्वी जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं श्रीगंगानगर 49.4 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ इस सीजन का सबसे गर्म स्थान बना हुआ है।
राजस्थान में हीटवेव और बारिश दोनों का असरप्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में प्री-मानसून की गतिविधियां तेज हो रही हैं। जयपुर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में शनिवार से आंधी-बिजली के साथ हल्की बारिश की संभावना है। दूसरी ओर जोधपुर और बीकानेर संभाग में हीटवेव का दौर अभी जारी रहेगा।
अलर्ट की स्थिति: कौन-कहां कितना अलर्टराजस्थान में मौसम विभाग ने आगामी मौसम को लेकर विभिन्न जिलों में अलग-अलग चेतावनियां जारी की हैं। भीषण गर्मी और हीटवेव के चलते श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं, चूरू, बाड़मेर, जालौर, पाली और जोधपुर जैसे जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां पर तेज गर्म हवाओं और मेघगर्जन के साथ आंधी की आशंका जताई गई है। इसके अतिरिक्त जयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर, अलवर, सीकर, धौलपुर, डूंगरपुर, करौली, सवाई माधोपुर सहित 24 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां पर हल्की बारिश के साथ 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
तापमान का हाल14 जून को राजस्थान के कई जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जिसमें सबसे अधिक गर्मी श्रीगंगानगर में दर्ज की गई, जहां तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस रहा। यह इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। इसके अलावा चूरू में 47.6 डिग्री, जैसलमेर में 46.9 डिग्री, बीकानेर में 46.4 डिग्री और जोधपुर में 46.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। जयपुर, अलवर और फतेहपुर में 44.5 डिग्री तापमान रहा, जबकि भीलवाड़ा और वनस्थली में भी तापमान 44 डिग्री से अधिक रहा। इस जबरदस्त गर्मी ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
बारिश ने दी राहत, बुआई की उम्मीद जगीप्रदेश के कई जिलों में मानसून पूर्व की बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है और किसानों में खरीफ फसलों की बुआई को लेकर उम्मीदें जगा दी हैं। पूर्वी राजस्थान के सीकर जिले के पाटन में सबसे अधिक 20 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि अरनोद में 19 मिमी, प्रतापगढ़ के शाहपुरा में 18 मिमी और भीलवाड़ा नगर में 17 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा बाड़मेर में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई, जहां 31 मिमी वर्षा हुई। इन बारिशों ने जहां मौसम को थोड़ा ठंडा किया है, वहीं खेतों में नमी बढ़ने से कृषि गतिविधियों को भी बढ़ावा मिला है।
मानसून से पहले बढ़ेंगी बारिश की गतिविधियांदक्षिण राजस्थान में बने परिसंचरण तंत्र और बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं के कारण 15 जून के बाद मानसून पूर्व की बारिश की गतिविधियां और तेज होंगी। तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट संभावित है, जिससे हीटवेव से राहत मिल सकती है।
बाड़मेर में बदलता मौसम और उमसबाड़मेर में शनिवार को मौसम में बदलाव देखा गया। सुबह से ही घने बादल छाए रहे जिससे धूप कम महसूस हुई, परंतु बढ़ी हुई उमस ने लोगों को परेशान किया। शुक्रवार को यहां 46.2°C दर्ज किया गया था। मौसम विभाग ने यहां भी येलो अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान इस समय गर्मी और मानसून पूर्व की बारिश के बीच जूझ रहा है। जहां एक ओर पश्चिमी जिले भीषण गर्मी से परेशान हैं, वहीं पूर्वी हिस्सों में बारिश की बौछारें कुछ राहत देने लगी हैं। आगामी दिनों में तापमान में गिरावट और मानसून की दस्तक से आमजन और किसान—दोनों को राहत मिलने की संभावना है।