जैसलमेर में जासूसी के आरोप में पकड़े गए सरकारी कर्मचारी शकूर खान को किया गया गिरफ्तार, ISI से संपर्क का खुलासा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान से जुड़े एक बड़े जासूसी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इंटेलिजेंस एजेंसियों ने जैसलमेर से शकूर खान को गिरफ्तार कर लिया है। वह जिला रोजगार कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी (AAO) के पद पर तैनात था। जांच में उसके पास से तीन मोबाइल बरामद हुए, जिनमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) के हैंडलर्स को संवेदनशील और गोपनीय जानकारी भेजने के पुख्ता सबूत मिले हैं। इस आधार पर इंटेलिजेंस ने उसे हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे सुरक्षा एजेंसियां गहन पूछताछ कर रही हैं, जिससे इस नेटवर्क से जुड़ी और भी जानकारियों के उजागर होने की संभावना है।

29 मई को हिरासत, अब गिरफ्तारी

सूत्रों के अनुसार, इंटेलिजेंस ने शकूर खान को 29 मई को जैसलमेर से हिरासत में लिया था। इसके बाद उसे जयपुर लाया गया, जहां उससे गहन पूछताछ की गई। जांच के बाद जयपुर के झालाना स्थित स्पेशल पुलिस स्टेशन में शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। शकूर पहले कांग्रेस सरकार के एक मंत्री का पीए भी रह चुका है। सीआईडी सुरक्षा के आईजी विष्णुकांत गुप्ता ने बताया कि इस अधिनियम के अंतर्गत जासूसी के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है। अब कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा।

पाक एजेंट्स दानिश और सोहेल से गहरे संपर्क

अब तक की जांच में यह सामने आया है कि शकूर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के कई हैंडलर्स से संपर्क में था। उसके फोन से कई पाकिस्तानी नंबरों पर चैटिंग के प्रमाण मिले हैं। वह व्हाट्सएप के माध्यम से पाकिस्तान को सामरिक महत्व की जानकारियां, फोटो और वीडियो भेजता था। जांच में यह भी उजागर हुआ कि शकूर दिल्ली स्थित पाक दूतावास में कार्यरत अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश और सोहेल कमर से लगातार संपर्क में था और कई बार दिल्ली जाकर उनसे मिला। जानकारी सामने आने के बाद दानिश को हाल ही में भारत से निष्कासित कर पाकिस्तान भेजा गया है।

कई बार पाकिस्तान गया, वीजा दिलाने में भी सक्रिय

जांच में यह भी सामने आया है कि दानिश की मदद से शकूर ने कई बार पाकिस्तान का वीजा हासिल किया और खुद पाकिस्तान गया। इसके अलावा उसने अन्य लोगों को भी पाकिस्तान का वीजा दिलवाया। पाकिस्तान यात्रा के दौरान वह वहां की खुफिया एजेंसी के एजेंट्स से मिला और लगातार सोशल मीडिया एप्स के जरिए संपर्क में रहते हुए संवेदनशील जानकारी साझा करता रहा।

जासूसी नेटवर्क के कई राज हो सकते हैं उजागर

शकूर खान जैसलमेर के मांगलिया की ढाणी का निवासी है और वर्तमान में जिला रोजगार कार्यालय में कार्यरत था। उसकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते सुरक्षा एजेंसियों ने उस पर लंबे समय से नजर रखी हुई थी। 29 मई को उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और सबूतों के आधार पर जयपुर लाया गया। यहां इंटेलिजेंस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की। अब उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, जहां उससे पाकिस्तान के लिए कार्यरत जासूसी नेटवर्क से जुड़े कई गुप्त तथ्यों के सामने आने की उम्मीद है।