उदयपुर जिले के ऋषभदेव थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रविवार देर शाम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मोर का शिकार कर उसे पकाने की तैयारी में जुटे तीन लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। हैरानी की बात यह रही कि आरोपियों में एक स्थानीय राजनीतिक पदाधिकारी भी शामिल है, जिसके खेत पर यह अवैध गतिविधि चल रही थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मामला ऋषभदेव क्षेत्र के बीलख गांव का है। रविवार शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गांव के एक खेत में मोर का शिकार कर नॉनवेज पार्टी की तैयारी की जा रही है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए ऋषभदेव थानाधिकारी हेमंत अहारी के नेतृत्व में पुलिस टीम तुरंत मौके के लिए रवाना हुई।
जब पुलिस टीम खेत पर पहुंची, तो वहां बने एक कमरे के पास मोर को मारकर उसका मांस पकाने की तैयारी चल रही थी। पुलिस ने मौके पर मौजूद तीन लोगों को घेराबंदी कर पकड़ लिया। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि जिस खेत में यह घटना हुई, वह कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष रूपलाल का है।
थानाधिकारी हेमंत अहारी ने बताया कि मौके से रूपलाल के साथ अर्जुन और राकेश को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपी वहीं मौजूद थे और मोर के मांस को पकाकर खाने की योजना बना रहे थे। पुलिस की अचानक दबिश से उनकी नॉनवेज पार्टी अधूरी रह गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। वन अधिकारियों ने घटनास्थल से आवश्यक साक्ष्य और सैंपल एकत्र किए। जांच के बाद यह पुष्टि हुई कि मारा गया पक्षी राष्ट्रीय पक्षी मोर ही था। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मोर का शिकार करना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है, जिसमें कड़ी सजा का प्रावधान है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक हिस्ट्रीशीटर भी है, जिस पर पहले से आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है। तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां आगे की पूछताछ के लिए रिमांड की मांग की जाएगी। इस घटना के बाद इलाके में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है और मामले को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है।