
राजस्थान सरकार धार्मिक पर्यटन को नई दिशा देने की तैयारी में है। देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना और सिंधु दर्शन योजना को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। जहां एक ओर वर्ष 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए, वहीं दूसरी ओर सिंधु दर्शन योजना को संशोधित प्रारूप में लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस पहल के जरिए न केवल धार्मिक स्थलों की महत्ता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी।
तीर्थ यात्रा योजना में जुड़ेंगे नए सिख धार्मिक स्थलबैठक के दौरान वर्ष 2025 की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में श्री पटना साहिब (बिहार) और हजूर साहिब (नांदेड़) जैसे महत्वपूर्ण सिख तीर्थ स्थलों को भी शामिल करने पर विचार हुआ। इससे न सिर्फ सिख समुदाय को लाभ मिलेगा, बल्कि यह योजना और अधिक समावेशी बनेगी।
सिंधु दर्शन यात्रा योजना में होगा बड़ा बदलावसिंधु दर्शन यात्रा योजना को अब संशोधित प्रारूप में लागू किया जाएगा। इससे लद्दाख स्थित सिंधु नदी तट पर आयोजित यह महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा और भी सुव्यवस्थित तथा सुलभ बन सकेगी। सरकार इस योजना को आधुनिक व्यवस्थाओं और नए ढांचे के साथ शुरू करने की दिशा में काम कर रही है।
मंदिरों की जमीनों से अतिक्रमण हटेगा, विकास को मिलेगी रफ्तारबैठक में मंदिरों की जमीनों से अवैध कब्जों को हटाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए। देवस्थान मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि इस दिशा में शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे बेणेश्वर धाम और गोगामेड़ी के समग्र विकास पर भी मंथन हुआ।
मंदिरों के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए DPR की तैयारीराज्य के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों में स्थित देवस्थान विभाग के मंदिरों के जीर्णोद्धार और मरम्मत कार्यों के लिए शीघ्र डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार चाहती है कि ये कार्य समय पर शुरू हों और तय समयसीमा में पूरे हों।
भारत गौरव ट्रेन और आरती के ऑनलाइन दर्शन पर जोरबैठक में देवस्थान विभाग की पहल पर चल रही 'भारत गौरव पर्यटक ट्रेन' को अधिक आकर्षक स्वरूप देने का सुझाव भी सामने आया। इसके अलावा, प्रमुख मंदिरों में सुबह-शाम की आरती के ऑनलाइन लाइव दर्शन की सुविधा शुरू करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा गया है।
राजस्थान सरकार धार्मिक पर्यटन और तीर्थ यात्राओं को अधिक व्यवस्थित, सुलभ और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने की दिशा में सक्रिय हो गई है। वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखते हुए न केवल तीर्थ स्थलों का दायरा बढ़ाया जा रहा है, बल्कि सिंधु दर्शन जैसी प्रतिष्ठित योजनाओं को भी नया रूप दिया जा रहा है। यह पहल न केवल आस्था से जुड़े नागरिकों को सुविधा देगी, बल्कि राज्य के धार्मिक स्थलों के विकास को भी नई गति देगी।