ओडिशा के संबलपुर में आयोजित ‘मारवाड़ महोत्सव’ ने राजस्थान और ओडिशा के बीच सांस्कृतिक सहयोग और भाईचारे की एक नई झलक पेश की। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मौजूद रहे। महोत्सव में वक्ताओं ने मारवाड़ी समाज की सेवा भावना और दोनों राज्यों के गहरे सांस्कृतिक रिश्तों पर प्रकाश डाला। कर्म और मातृभूमि का संगम: ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंच से कहा कि संबलपुर भगवान जगन्नाथ की धरती है, जहां आध्यात्म और वीरता की अनूठी छाप है। उन्होंने मारवाड़ी समाज की तारीफ करते हुए कहा कि यह समाज राजस्थान से जुड़े रहते हुए ओडिशा में शिक्षा, चिकित्सा और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में लगातार योगदान दे रहा है। ओम बिरला ने प्रवासी राजस्थानीयों को जोड़ने में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के प्रयासों की भी सराहना की। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की पहल: CM भजनलाल शर्मा
कार्यक्रम में सीएम भजनलाल शर्मा ने प्रवासी मारवाड़ी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि यह समाज पूरी दुनिया में राजस्थान की मिट्टी की खुशबू पहुंचा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर को मनाया गया प्रवासी राजस्थानी दिवस इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विदेशों में बसे राजस्थानीयों को उनकी जड़ों से जोड़ता है। राजस्थान फाउंडेशन के अब 40 चैप्टर्स हैं और हर जिले में प्रवासियों की सहायता के लिए एडीएम स्तर के नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सीएम ने मारवाड़ी युवा मंच के प्रयास को सांस्कृतिक एकता का अद्वितीय उदाहरण बताया।
निवेश और विकास के नए अवसर: धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान और ओडिशा की प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ पहल के तहत दोनों राज्यों में निवेश के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे महोत्सव न केवल सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हैं, बल्कि आर्थिक सहयोग और सामुदायिक विकास को भी मजबूत बनाते हैं।