जयपुर: राजधानी जयपुर के गोपालपुरा क्षेत्र में रविवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां बसंत विहार कॉलोनी स्थित एक पीजी हॉस्टल में रहने वाली कोचिंग छात्रा ने आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान 20 वर्षीय निशा मीणा के रूप में हुई है। वह मूल रूप से करौली जिले के टोडाभीम की निवासी थी और जयपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। निशा अपनी बहन के साथ उसी हॉस्टल में रह रही थी। घटना की सूचना मिलते ही बजाज नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवाया। फिलहाल कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी है।
हॉस्टल संचालक की सूचना पर हरकत में आई पुलिस
बजाज नगर थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि घटना की जानकारी हॉस्टल संचालक की ओर से दी गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, ऐसे में दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया गया। अंदर निशा का शव मिला। प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों से संपर्क कर पूछताछ की जा रही है। एक महीने पहले ही बहन के साथ हॉस्टल में हुई थी शिफ्ट
पुलिस के अनुसार, निशा के पिता हरियाणा में स्टेशन मास्टर के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले निशा जगतपुरा इलाके में अपने चाचा के यहां रह रही थी, लेकिन करीब एक माह पहले वह अपनी बहन के साथ बसंत विहार स्थित इस पीजी हॉस्टल में रहने आई थी। दोनों बहनें साथ रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं और नियमित रूप से कोचिंग जाया करती थीं।
बहन के बाहर जाने के दौरान हुई घटना
रविवार को निशा की बहन किसी काम से बाहर गई हुई थी। जब वह वापस लौटी तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी देर तक आवाज लगाने और फोन करने के बावजूद अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। घबराई बहन ने इसकी सूचना तुरंत हॉस्टल संचालक को दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और दरवाजा खुलवाने पर अंदर का मंजर सामने आया। इस घटना से हॉस्टल में रहने वाले अन्य छात्रों में भी दहशत का माहौल है। पुलिस आत्महत्या के पीछे के कारणों की गहनता से जांच कर रही है।