सीएम भजनलाल का बड़ा फैसला, कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां के करीब 3 लाख परिवारों को नल से मिलेगा शुद्ध पानी

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां जिलों के लाखों लोगों के लिए एक अहम फैसला लिया है। पीने के शुद्ध पानी से संबंधित दो बड़ी परियोजनाओं को उन्होंने मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद इन चार जिलों के परिवारों को घर बैठे नल से स्वच्छ पानी मिलेगा। जल जीवन मिशन के तहत इन परियोजनाओं पर कुल 5184 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

1. नौनेरा वृहद पेयजल परियोजना – 1661 करोड़ की लागत


जानकारी के अनुसार, कोटा और बूंदी के 749 गांव और छह कस्बों में 1,13,287 परिवारों को नौनेरा वृहद पेयजल परियोजना से हर घर तक जल पहुंचाया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत 1661 करोड़ रुपये है।

इस योजना के तहत कोटा और बूंदी में एक इन्टैक पंप गृह, तीन जल शोधन संयंत्र, 14 स्वच्छ जलाशय और 137 उच्च जलाशय का निर्माण किया जाएगा। परियोजना के लिए 58.45 किलोमीटर लंबी रॉ वॉटर राइजिंग मेन पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इसके अलावा 4506 किलोमीटर लंबी राइजिंग मेन, कलस्टर वितरण और ग्रामीण वितरण पाइपलाइन भी तैयार की जाएगी। दोनों जिलों में कुल 14 पंप गृह बनाए जाएंगे।

2. परवन-अकावद पेयजल परियोजना – 3523 करोड़ का खर्च

वहीं, परवन अकावद पेयजल परियोजना से झालावाड़, बारां और कोटा जिलों के लाखों लोगों को शुद्ध पानी मिलेगा। इसके तहत बारां के 907 गांव, कोटा के सांगोद क्षेत्र के 184 गांव, और झालावाड़ के 311 गांव, कुल 1402 गांव और 276 ढाणियों तक जल पहुंचाया जाएगा। इन जिलों के 1,52,437 परिवारों को इस परियोजना का लाभ मिलेगा।

इस योजना के अंतर्गत कोटा और झालावाड़ में दो इन्टैक पंप गृह, दो जल शोधन संयंत्र, 41 स्वच्छ जलाशय और 276 उच्च जलाशय का निर्माण होगा। बारां, कोटा और झालावाड़ में कुल 661 किलोमीटर लंबी मुख्य ट्रांसमिशन पाइपलाइन बिछाई जाएगी। परवन अकावद परियोजना में कुल 9477 किलोमीटर लंबी राइजिंग मेन और वितरण पाइपलाइन तैयार की जाएगी।