भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य का विवादित बयान, कांग्रेसियों पर लगाए पाकिस्तान से संबंध के आरोप

कोटा: जयपुर के हवामहल से भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने विवादित बयानों को लेकर फिर से चर्चा में आ गए हैं। कोटा के अपने दौरे के दौरान बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस के नेताओं और पूर्व शिक्षा मंत्रियों को मदरसा से शिक्षित बताया और उनके पाकिस्तान से संबंध होने का आरोप लगाया। उन्होंने महाराणा प्रताप और इतिहास से जुड़े सवालों पर भी विवादित टिप्पणियाँ कीं। बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व शिक्षा मंत्री और मदरसा से पढ़े हुए लोग क्या भारत के इतिहास को सही तरीके से बताएंगे, लिखेंगे या प्रचार करेंगे? उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत भूमि की रक्षा के लिए हमारे कई राजा-महाराजा और देशभक्त पुरोधा रहे हैं, जिनके इतिहास को जागृत करने और नई पीढ़ी को बताने की जरूरत है। उन्होंने अकबर, बाबर और हुमायूं को देश के लुटेरे बताया और कहा कि इनके बारे में यह तथ्य बताना चाहिए कि ये लोग देश को लूटने और हमारी संस्कृति तथा माताओं और बहनों पर अत्याचार करने आए थे।

पूर्व कैबिनेट मंत्री साले मोहम्मद के पूर्व सचिव के जासूसी मामले में पकड़े जाने पर बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि कांग्रेस के नेता और उनके सचिव पाकिस्तान के जासूस हैं, और यह धीरे-धीरे सामने आ रहा है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस आतंकियों को बचाने, राम मंदिर के निर्माण को रोकने और आतंकियों को पाकिस्तान सुरक्षित लौटने में मदद करने वाली पार्टी रही है। बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री के सचिव के पाकिस्तान से संबंध होना कोई छोटी बात नहीं है, इसलिए पूरी कांग्रेस की जांच होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि कहीं कांग्रेस का पाकिस्तान के साथ कोई गुप्त गठजोड़ तो नहीं है।

महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर मानव विकास भवन, घोड़े वाले बाबा सर्किल से शौर्य वाहन रैली निकाली गई। इस रैली को पूर्व महाराव इज्यराज सिंह ने भगवा झंडी दिखाकर रवाना किया। इस शौर्य वाहन रैली में बालमुकुंद आचार्य भी खुली जीप में सवार थे। उनके साथ सैकड़ों लोग दोपहिया और चौपहिया वाहनों पर मौजूद थे। महाराणा प्रताप जयंती आयोजन के संयोजक गिर्राज गौतम ने बताया कि रैली सूरजपोल, कैथूनीपोल, टिपटा होते हुए कुन्हाड़ी सर्किल पहुंची, जहां महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके बाद बालमुकुंद आचार्य ने मुख्य वक्ता के रूप में जनसभा को संबोधित भी किया।