मेघालय हनीमून मर्डर: राजा रघुवंशी की हत्या में इस्तेमाल हुआ हथियार बरामद

मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की नृशंस हत्या के मामले में एक अहम सबूत पुलिस के हाथ लगा है। घटनास्थल से उस मछेते (चौड़ा धारदार हथियार) को बरामद कर लिया गया है, जिसका इस्तेमाल 29 वर्षीय राजा की हत्या में किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, हत्या के दौरान राजा पर कई बार वार किए गए और उसने खुद को बचाने की कोशिश भी की थी।

पुलिस जांच में सामने आया है कि इस मछेते को असम के गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के पास से खरीदा गया था और योजनाबद्ध तरीके से मेघालय ले जाया गया था। यह मामला देशभर में सुर्खियों में है, क्योंकि हत्या उसी महिला द्वारा कराई गई, जिससे राजा ने कुछ दिन पहले ही शादी की थी।

25 वर्षीय सोनम रघुवंशी पर अपने प्रेमी राज कुशवाहा (20) और उसके तीन दोस्तों – विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी – के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पहले यह माना जा रहा था कि ये तीनों युवक पेशेवर शूटर हैं, लेकिन पुलिस जांच में सामने आया कि ये सभी राज के दोस्त हैं और पूरी योजना प्रेम संबंध के चलते बनाई गई थी।

राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी और 21 मई को दोनों मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे थे। लेकिन 23 मई से दोनों लापता हो गए। इसके बाद 2 जून को राजा का शव मिला, जबकि सोनम की तलाश जारी रही। अंततः सोनम को एक हफ्ते बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया, जो वारदात स्थल से करीब 1200 किलोमीटर दूर है।

गिरफ्तारी के बाद सोनम ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की और राज कुशवाहा सहित तीनों दोस्तों का नाम भी साजिश में शामिल बताया। इस समय सभी आरोपी मेघालय पुलिस की हिरासत में हैं और मामले की जांच एक विशेष जांच दल (SIT) द्वारा की जा रही है।

वहीं, राजा रघुवंशी के बड़े भाई ने सोनम के माता-पिता पर भी संदेह जताया है और उनके नार्को टेस्ट की मांग की है। उनका कहना है कि हत्या में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी भूमिका की जांच होना जरूरी है।

यह केस न सिर्फ एक प्रेम-प्रसंग के खतरनाक मोड़ को उजागर करता है, बल्कि शादी के चंद दिनों बाद की गई इस साजिशी हत्या ने पूरे देश को हिला दिया है। पुलिस अब डिजिटल सबूतों, कॉल रिकॉर्ड्स और फॉरेंसिक विश्लेषण के जरिए पूरी सच्चाई उजागर करने की कोशिश कर रही है।