
अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान के दर्दनाक दुर्घटनाग्रस्त होने के तीन दिन बाद अधिकारियों द्वारा साझा की गई ताजा जानकारी के अनुसार, अब तक डीएनए टेस्ट के जरिए कुल 90 मृतकों की पहचान हो चुकी है, और उनमें से 33 शवों को पूरी प्रक्रिया के पालन के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। इन 33 शवों में से शनिवार को 4 शव और रविवार को 29 शव अंतिम क्रियाक्रम के लिए परिजनों को सौंपे गए। जैसे-जैसे डीएनए सैंपल रिपोर्ट परिजनों के साथ मैच हो रही है, वैसे-वैसे स्थानीय प्रशासन परिजनों को फोन कर जानकारी दे रहा है और समुचित सहयोग कर रहा है।
शवों की पहचान बनी चुनौतीशवों को परिजन अपने घर सहज और सुरक्षित रूप से ले जा सकें, इसके लिए एंबुलेंस के साथ एस्कॉर्ट व्हीकल की व्यवस्था की गई है। साथ ही, शवों के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र, डीएनए रिपोर्ट और अन्य ज़रूरी दस्तावेजों का पैकेट भी सौंपा जा रहा है, जिससे परिजनों को सरकारी प्रक्रिया में कोई दिक्कत न हो। बता दें कि 12 जून को हुई इस भीषण त्रासदी में कई शव इस कदर जलकर या क्षतिग्रस्त हो गए थे कि उनकी पहचान करना अत्यंत कठिन था, जिसके चलते प्रशासन ने डीएनए टेस्टिंग की मदद ली।
विमान में कुल 241 लोग सवार थे, 297 की मौत की पुष्टि12 जून को दोपहर 1:39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद AI171 फ्लाइट, जो एक बोइंग 787-8 थी, मेघानीनगर स्थित एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में तेज गति और तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे। इस भयावह हादसे में केवल एक 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक ही जीवित बच पाया, बाकी सभी की मौत की पुष्टि की गई है। इसके अतिरिक्त, मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड में मौजूद कई स्थानीय लोग, जिनमें पाँच एमबीबीएस छात्र भी शामिल थे, भी इस हादसे का शिकार हो गए। अब तक कुल 297 मौतों की पुष्टि की जा चुकी है।
राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारीयह हादसा गुरुवार को हुआ था, और उसके बाद से ही स्थानीय पुलिस, NDRF और मेडिकल टीमों की मदद से राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बाकी शवों की पहचान के लिए डीएनए मिलान का काम तेजी से जारी है, और उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में अन्य शवों को भी परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
राहत आयुक्त का आधिकारिक बयानगुजरात के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने जानकारी दी, मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित विभाग परिजनों को हैंडओवर की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूरा कर रहे हैं। मृत्यु प्रमाण पत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं और सभी संबंधित दस्तावेज भी परिजनों को सौंपे जा रहे हैं। बीमा क्लेम की प्रक्रिया में कोई परेशानी न हो, इसके लिए राज्य सरकार ने 22 विशेष टीमें तैनात की हैं। 230 यात्रियों के सभी परिजनों से संपर्क हो गया है। केवल तीन यात्रियों के परिवार विदेश में हैं, जो कल तक भारत पहुंच जाएंगे।
अस्पताल परिसर में 7 आईपीएस अधिकारी तैनातइस त्रासदी के मद्देनज़र अस्पताल परिसर में 24 घंटे निगरानी बनाए रखने के लिए 7 आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जयपाल जी ने बताया कि पुलिस दिन-रात निगरानी रख रही है ताकि परिजनों और मरीजों को कोई असुविधा न हो।
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट का बयानमेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रजनीश पटेल ने बताया, अहमदाबाद दुर्घटना में आई डेड बॉडी में से 90 का डीएनए सफलतापूर्वक मैच हो चुका है और सभी परिवारों को सूचना दे दी गई है। हर बॉडी के साथ एक विशेष टीम लगाई गई है जो शव को घर तक सुरक्षित पहुंचाएगी। अभी अस्पताल में 13 लोग भर्ती हैं, जबकि बाकी सभी मरीजों को छुट्टी दे दी गई है।