
गुजरात के अहमदाबाद में बीते दिनों हुए भीषण विमान हादसे में जहां 241 लोग जान गंवा बैठे, वहीं एकमात्र जीवित बचे यात्री रमेश विश्वास कुमार का एक और नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वह दुर्घटना स्थल से हाथ में मोबाइल फोन लिए हुए बाहर निकलते नजर आ रहे हैं। हादसे के बाद से उन्हें ‘मिरेकल मैन’ कहा जा रहा है।
मोबाइल फोन लिए दिखे रमेश विश्वास17 सेकंड के इस वीडियो में रमेश विश्वास हाथ में मोबाइल फोन लिए दुर्घटनास्थल से बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो प्लेन क्रैश के कुछ ही मिनटों बाद रिकॉर्ड किया गया है। इस क्लिप में रमेश काफी घबराए और डरे हुए नजर आते हैं, लेकिन किसी तरह चलकर बाहर निकलते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर वे इतनी भीषण दुर्घटना से कैसे बच पाए।
पीएम मोदी ने की थी मुलाकातघटना के अगले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल में रमेश विश्वास से मुलाकात की थी। पीएम ने इस त्रासदी में उनके जीवित बचने की कहानी जाननी चाही। विश्वास कुमार ने बताया कि हादसे का मंजर बेहद खौफनाक था। उन्होंने कहा, “मेरी आंखों के सामने सबकुछ हुआ। एयर होस्टेस, बच्चे, बुजुर्ग सभी जलते दिखे। मुझे खुद को भी नहीं लग रहा था कि मैं बच पाऊंगा।”
कैसे बचे रमेश विश्वासरमेश ने दूरदर्शन को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनकी सीट 11A थी, जो विमान के उस हिस्से में थी जो इमारत के भूतल से टकराया था। जैसे ही टक्कर हुई, उन्होंने पाया कि उनके सामने थोड़ी सी खुली जगह थी, जिससे निकलने की संभावना बनी। उन्होंने तुरंत सीट बेल्ट खोली और बाहर निकलने की कोशिश की। आग लगने से उनका बायां हाथ झुलस गया लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। कुछ ही क्षणों में वह बाहर आ गए।
सिर्फ एक दिशा से बच पाना संभव थारमेश ने बताया कि जिस ओर से विमान इमारत से टकराया, वहां एक दीवार थी, जिससे निकलने का कोई रास्ता नहीं था। लेकिन जिस ओर वह बैठे थे, वहां कुछ जगह थी जिससे बाहर निकलना संभव हो पाया। यही वजह रही कि बाकी किसी की जान नहीं बची। उनका मानना है कि उनका जीवित बचना किसी चमत्कार से कम नहीं।
घायलों का इलाज जारीरमेश विश्वास को हादसे में बाएं हाथ पर गंभीर चोटें आई हैं, लेकिन वह खतरे से बाहर हैं। उन्हें फिलहाल एक अहमदाबाद अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। उन्होंने कहा, “यहां के लोग बहुत अच्छे हैं और मेरी अच्छे से देखभाल हो रही है।”
रमेश विश्वास कुमार की कहानी उस भीषण विमान हादसे में एक उम्मीद की किरण की तरह है। जहां 241 लोग जान गंवा बैठे, वहां उनका जीवित बच निकलना आश्चर्यजनक और प्रेरणादायक है। अब यह जांच एजेंसियों के लिए भी अहम बिंदु होगा कि कैसे सिर्फ एक व्यक्ति ऐसे हादसे से सुरक्षित निकल पाया। वीडियो और उनके बयान इस मामले की जांच में अहम सुराग साबित हो सकते हैं।