अहमदाबाद प्लेन क्रैश: डीएनए जांच से अब तक 19 मृतकों की हुई पहचान, परिजनों को सौंपे जाएंगे शव

अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद हादसे की भयावहता के चलते शवों की शिनाख्त का कार्य जारी है। इस बीच गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने अहम जानकारी साझा करते हुए बताया कि मृतकों में से 19 शवों की पहचान डीएनए जांच की सटीक प्रक्रिया के माध्यम से की जा चुकी है। चूंकि कई शव इतने बुरी तरह जले या विकृत हो चुके हैं कि पारंपरिक तरीकों से पहचान असंभव हो गई है, इसलिए डीएनए मिलान ही एकमात्र विकल्प बन गया है।

रात भर काम कर रही जांच टीम

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने शनिवार देर रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि रात नौ बजे तक राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) की टीमों ने मिलकर 19 शवों की पहचान पक्की कर ली है। ये टीमें लगातार बिना रुके और अधिक डीएनए सैंपल का मिलान करने में जुटी हैं। इससे पहले, BJ मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि एक शव उसके परिजनों को सौंपा जा चुका है, और दो अन्य शव भी दिन के अंत तक सौंपे जाने की प्रक्रिया में हैं।

8 शवों की बिना डीएनए जांच हुई पहचान

मंत्री संघवी ने बताया कि जिन 8 शवों की पहचान परिजनों द्वारा सीधे कर ली गई थी और जिनमें डीएनए जांच की आवश्यकता नहीं पड़ी, उन्हें पहले ही उनके परिवारों को सौंप दिया गया है। इस बीच, गुजरात के राहत आयुक्त और राजस्व सचिव आलोक पांडे ने कहा कि इस विमान दुर्घटना में मारे गए लोग राज्य के 18 अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखते थे। प्रभावित परिवारों से संवाद और समन्वय के लिए 230 टीमें बनाई गई हैं। साथ ही इस हादसे में मारे गए 11 विदेशी नागरिकों के परिजनों से भी संपर्क किया गया है।

डीएनए जांच प्रक्रिया में तेजी लाने के प्रयास

राज्य सरकार ने डीएनए मिलान प्रक्रिया को तेज करने के लिए गुजरात के एफएसएल अधिकारियों के साथ विशेष बैठक आयोजित की। संघवी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए विशेषज्ञ भी फॉरेंसिक टीम के साथ चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं ताकि जितनी जल्दी हो सके, शवों की पहचान की पुष्टि की जा सके। पुलिस निरीक्षक चिराग गोसाई, जो पोस्टमॉर्टम कक्ष मामलों की निगरानी कर रहे हैं, ने बताया कि अब तक लगभग 220 मृतकों के रिश्तेदार डीएनए सैंपल देने के लिए सामने आ चुके हैं। सभी नमूने बी जे मेडिकल कॉलेज को भेजे गए हैं।

अब तक अस्पताल लाए गए 270 शव

हादसे में लंदन जा रही एअर इंडिया की उड़ान में 242 लोगों में से 241 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया। डॉक्टरों ने बताया कि करीब 270 शव दुर्घटनास्थल से अस्पताल लाए गए हैं, जिनमें से कुछ दुर्घटना के बाद के हालात में एक-दूसरे से जुड़े या अधजले हुए थे। डॉ. पटेल ने पुष्टि की कि एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश की हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।

हादसा कैसे हुआ?

यह भीषण हादसा गुरुवार दोपहर हुआ जब एअर इंडिया का विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही पल बाद बी जे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मंत्री पटेल ने कहा कि डीएनए मिलान की प्रक्रिया को अत्यंत सावधानी से अंजाम दिया जा रहा है, क्योंकि इसमें कानूनी और चिकित्सकीय पहलुओं की जटिलताएं जुड़ी होती हैं, और किसी भी तरह की जल्दबाजी भविष्य में समस्याएं खड़ी कर सकती है।