
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला बड़ा हादसा हो गया, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट एआई 171 लंदन के लिए रवाना हुई थी, लेकिन टेकऑफ के चंद मिनटों के भीतर ही तकनीकी खराबी की वजह से विमान नीचे गिरने लगा और कुछ ही क्षणों में आग के एक बड़े गोले में तब्दील हो गया। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसे में बड़ी संख्या में लोगों के जान गंवाने की आशंका जताई जा रही है, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल है।
इस दुर्भाग्यपूर्ण विमान को उड़ाने वाले पायलट और को-पायलट दोनों को पर्याप्त और व्यापक उड़ान अनुभव प्राप्त था। इस विमान की कमान कैप्टन सुमित सभरवाल के हाथों में थी, जो कि एक अत्यंत अनुभवी और वरिष्ठ लाइन ट्रेनिंग कैप्टन (LTC) हैं। उन्हें 8,200 घंटे से अधिक की उड़ान का अनुभव है, जिसमें उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर सफलतापूर्वक संचालन किया है। उनके साथ विमान की सह-पायलट सीट पर फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर मौजूद थे, जो अब तक कुल 1,100 घंटे उड़ान भर चुके हैं और हाल ही में इंटरनेशनल सेक्टर पर अपनी दक्षता का प्रदर्शन कर चुके हैं।
इस विमान में कुल 230 यात्री सवार थे, जिनके साथ दो पायलट और 12 अनुभवी चालक दल के सदस्य भी मौजूद थे, जो यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए जिम्मेदार थे। मीडिया रिपोर्ट्स, विशेषकर न्यूज-18 के मुताबिक, दो वरिष्ठ केबिन क्रू सदस्यों की पहचान श्रद्धा धवन और अपर्णा महादिक के रूप में हुई है। इनके अलावा, केबिन क्रू के अन्य समर्पित सदस्यों में साइनिता चक्रवर्ती, नगनथोई कोंगब्रेलटपम शर्मा, दीपक पाठक, मैथिली पाटिल, इरफान शेख, लैमनुनथेम सिंगसन, रोशनी सोंघारे राजेंद्र और मनीषा थापा जैसे नाम शामिल हैं, जो कि आपात स्थिति में भी यात्रियों की मदद में लगे रहे।
बताया जा रहा है कि एयर इंडिया का यह विमान अत्याधुनिक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर मॉडल था। यह एक मध्यम आकार का, दो इंजन वाला आधुनिक जेट विमान है, जो अपनी बेहतर ईंधन दक्षता, साउंड प्रूफ केबिन, इलेक्ट्रॉनिक डिमिंग वाली बड़ी खिड़कियों और आरामदायक यात्री अनुभव के लिए जाना जाता है। इस विमान मॉडल ने पहली बार 15 दिसंबर, 2009 को अपनी उड़ान भरी थी और तब से यह एयर इंडिया के इंटरनेशनल बेड़े का हिस्सा रहा है।
यात्रियों के परिजनों को तत्काल जानकारी देने और सहायता उपलब्ध कराने के लिए एयर इंडिया ने एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर 18005691444 जारी किया है। एयरपोर्ट अधिकारियों की मानें तो जैसे ही विमान ने रनवे से उड़ान भरी, उसके कुछ ही क्षणों बाद पायलट ने अहमदाबाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को इमरजेंसी “मेडे” सिग्नल भेजा, जो किसी संकट की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। इसके बाद विमान से संपर्क पूरी तरह टूट गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान टेकऑफ के कुछ ही समय बाद संतुलन खो बैठा और अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके में स्थित एक रिहायशी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटनास्थल एक सरकारी अस्पताल के पास होने के कारण राहत कार्य कुछ तेजी से शुरू हो सका। आग की भीषण लपटों और उठते काले धुएं ने पूरे इलाके को घेर लिया और चारों ओर चीख-पुकार मच गई।
विमान में सवार यात्रियों की सूची में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक शामिल थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दुखद लिस्ट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम भी दर्ज है, जिससे हादसे की संवेदनशीलता और अधिक बढ़ गई है।
अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के बाद तत्काल प्रभाव से हवाई अड्डे से सभी उड़ानों के आवागमन को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, ताकि राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा सके। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि फ्लाइट AI171 ने अपराह्न 01:39 बजे अहमदाबाद से लंदन के गेटविक हवाई अड्डे के लिए नियमित रूप से उड़ान भरी थी।
फिलहाल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और स्थानीय प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं, और राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।