गोवा के उत्तरी जिले के अर्पोरा क्षेत्र में शनिवार देर रात एक दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। एक प्रसिद्ध नाइटक्लब में अचानक लगी आग ने कुछ ही मिनटों में भयावह रूप ले लिया और 25 लोगों की जान चली गई। पिछले साल शुरू हुआ यह क्लब धीरे-धीरे पर्यटकों और स्थानीय युवाओं का पसंदीदा ठिकाना बन चुका था, लेकिन इस दिल दहला देने वाले हादसे ने सब कुछ बदल दिया। घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख प्रकट किया है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखते हुए कहा, “अरपोरा में हुई आग की घटना अत्यंत पीड़ादायक है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजन खोए हैं, उनके प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैंने गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत से बात कर हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार प्रभावित नागरिकों की हर संभव सहायता में जुटी है।”
पीएम मोदी ने यह भी घोषित किया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
किचन में सिलेंडर फटते ही फैली आग, रात में मची भगदड़जानकारी के अनुसार, रात करीब 12 बजे क्लब के किचन सेक्शन में खाना तैयार किया जा रहा था। इसी दौरान गैस सिलेंडर में अचानक जोरदार विस्फोट हुआ। धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों तक झटके महसूस किए गए। विस्फोट के तुरंत बाद आग तेजी से फैल गई और देखते-ही-देखते पूरे क्लब को अपनी चपेट में ले लिया।
धुआं और आग इतनी तेजी से बढ़ी कि अंदर मौजूद लोगों को संभलने या बाहर निकलने का पर्याप्त समय नहीं मिला। कई लोग धुएं में घुट गए, जबकि कुछ लोग बाहर निकलने की कोशिश में घायल हो गए। हादसे के बाद क्लब के आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
पुलिस, दमकल और एम्बुलेंस टीमों की त्वरित प्रतिक्रियाजैसे ही धमाके की आवाज गूंजी, लोगों ने तुरंत पुलिस को कॉल कर सूचना दी। गोवा पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार के मुताबिक,
“रात 12:04 बजे कंट्रोल रूम में कॉल आई और पुलिस, फायर ब्रिगेड तथा एम्बुलेंस तुरंत रवाना की गईं।”
दमकल दल ने कुछ समय की मशक्कत के बाद आग को काबू में कर लिया, लेकिन तब तक कई लोगों का जीवन समाप्त हो चुका था। घायलों को तुरंत अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
सीएम प्रमोद सावंत मौके पर पहुंचे, कहा—सुरक्षा नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहींघटना की खबर लगते ही मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि क्लब में फायर सेफ्टी के नियमों का ठीक से पालन नहीं किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कड़ा संदेश देते हुए कहा, “अगर सुरक्षा मानकों की अनदेखी या किसी प्रकार की लापरवाही पाई गई, तो जिम्मेदार व्यक्तियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि यह हादसा पर्यटन सीजन के दौरान हुआ है, इसलिए सरकार इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लेकर विस्तृत जांच करवा रही है। पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा जांच को और मजबूत बनाने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे।