लू से बेहाल जनजीवन को राहत की उम्मीद, दिल्ली समेत 13 से ज्यादा राज्यों में बारिश का अलर्ट

देश के ज्यादातर राज्य इन दिनों भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। राजधानी दिल्ली का हाल भी गर्मी से बेहाल है और हालात इतने बिगड़ गए हैं कि घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। गर्मी से लोगों के पसीने छूट रहे हैं और अस्पतालों में लू से पीड़ित मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। दिल्ली में तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस के पार बना हुआ है, जिससे लोगों की हालत खराब है। इस झुलसाती गर्मी में ऐसा लग रहा है कि क्या पंखे और क्या कूलर—इस भीषण गर्मी में सब फेल हो रहे हैं और लोगों को राहत मिलना बेहद जरूरी हो गया है। लेकिन आज दिल्लीवालों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है, जिससे लोगों में उम्मीद जगी है।

मौसम विभाग ने आज, 14 जून को दिल्ली में हल्की बारिश होने की संभावना जाहिर की है, जो कि इस तपती गर्मी में राहत देने वाला संकेत है। यहां आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ धूल भरी आंधी चल सकती है, जिससे वायु गुणवत्ता पर भी असर पड़ेगा। बिजली कड़कने के साथ रात में गरज के साथ छींटे पड़ने के दौरान 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे वातावरण कुछ हद तक ठंडा हो सकता है। हालांकि आज भी न्यूनतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है, इसलिए सतर्कता जरूरी है।

इन जगहों पर बारिश की संभावना

वहीं अगले 7 दिनों के दौरान दक्षिण भारत के राज्यों जैसे केरल और कर्नाटक में हल्की बारिश होने की संभावना है, जिससे खेती और जलस्तर को राहत मिल सकती है। 14 से 17 जून के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक में बिजली कड़कने और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस दौरान तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात क्षेत्र में भी बौछारें गिरने के आसार हैं, जिससे गर्मी में राहत मिल सकती है। वहीं अगले 7 दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कई जगहों पर भारी बारिश जारी रहने की संभावना है, जो नदियों के जलस्तर को बढ़ा सकती है।

इन राज्यों में चलेगी धूल भरी आंधी

आज से 17 जून तक मध्य भारत के राज्यों, खासकर मध्य प्रदेश में आंधी चलने, बिजली कड़कने और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे पेड़ गिरने या बिजली गुल होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। 15 से 17 जून के दौरान छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा में धूल भरी आंधी चल सकती है, जिससे दृश्यता पर असर पड़ेगा। 16 और 17 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है, जो स्थानीय जलभराव का कारण बन सकती है।

10 राज्यों के मौसम का हाल

यही नहीं 15 से 19 जून के दौरान छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड में तेज बारिश का भी अलर्ट है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में गरज के साथ बारिश, बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे दैनिक जीवन पर असर पड़ सकता है। वहीं अगले 5 दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ में बारिश हो सकती है, जो तापमान में गिरावट लाएगी।

पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 19 जून को भारी बारिश की संभावना है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। राजस्थान में 14 से 17 जून के दौरान अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी आंधी चलने की संभावना है, जिससे सड़क यातायात बाधित हो सकता है। अगले 7 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में कई स्थानों पर हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। 14 से 19 जून के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है, जिससे जलभराव की स्थिति बन सकती है।

अधिकतम तापमान में बदलाव नहीं

अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, यानी गर्मी का प्रकोप फिलहाल बना रहेगा। इसके बाद अगले 5 दिनों के दौरान तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है। देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। 14-15 जून को राजस्थान में हीट वेव की स्थिति हो सकती है और इससे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इस दौरान पंजाब के कई इलाकों में भी हीट वेव चल सकती है, जिससे लू का खतरा बढ़ जाएगा।