‘पीएम मोदी को बना लेना चाहिए अपमान मंत्रालय’ — प्रियंका गांधी का तीखा वार

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है मानो प्रधानमंत्री को एक “अपमान मंत्रालय” बना लेना चाहिए, क्योंकि वह हर मुद्दे पर विपक्ष और जनता को नीचा दिखाने में लगे रहते हैं।

प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी पीएम मोदी के उस बयान के जवाब में आई है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के भाषण को छठ पूजा का “अपमान” बताया था। बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई रैली के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि राहुल गांधी ने छठ पर्व का अनादर किया है।

राहुल गांधी ने क्या कहा था

दरअसल, राहुल गांधी ने हाल ही में दिल्ली में दिए एक भाषण में कहा था, “उन्होंने (सरकार ने) नाटक किया और देश की सच्चाई सामने रखी। यमुना का पानी इतना गंदा है कि अगर कोई इसे पी ले तो बीमार पड़ जाएगा या जान भी जा सकती है। यहां तक कि कोई इसके अंदर उतर भी नहीं सकता। फिर भी प्रधानमंत्री ने इस पर नाटक किया।”

राहुल ने आगे कहा था कि चुनावी दिखावे के लिए सरकार ने यमुना किनारे एक छोटा तालाब बनवाया, जिसमें पाइप के जरिए साफ पानी डाला जा रहा था। लेकिन जब किसी ने उस पाइप की तस्वीर खींच ली, तो सारा सच सामने आ गया।

इसी बयान पर पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने छठ महापर्व और बिहार की आस्था का अपमान किया है।

पीएम मोदी का जवाब

मुजफ्फरपुर की रैली में पीएम मोदी ने कहा था, “क्या बिहार और हिंदुस्तान के लोग उन लोगों को माफ करेंगे जिन्होंने वोट के लिए छठी मैया का अपमान किया? क्या छठ पर निर्जला व्रत रखने वाली माताएं और बहनें इस तरह की बातों को बर्दाश्त करेंगी?”

पीएम मोदी के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया।

प्रियंका गांधी का पलटवार

प्रियंका गांधी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री हर बात को अपमान से जोड़ देते हैं। अगर उन्हें इतनी चिंता है, तो एक अपमान मंत्रालय ही बना लें, जिससे रोज़ किसी न किसी का अपमान खोजा जा सके।”

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री बिहार की असल समस्याओं पर चुप हैं — न भ्रष्टाचार पर कुछ बोलते हैं, न बेरोजगारी पर। प्रियंका ने आरोप लगाया कि बिहार की एनडीए सरकार पूरी तरह “दिल्ली से रिमोट कंट्रोल” पर चल रही है, और जनता की समस्याओं से उनका कोई वास्ता नहीं है।