बांग्लादेश। जिम्बाब्वे ने 23 अप्रैल को बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जीत के साथ इतिहास रच दिया। टीम ने सात साल में अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की हैं। क्रेग एर्विन और उनकी टीम ने बुधवार को तीन विकेट से रोमांचक जीत हासिल की है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपनी चौथी जीत भी दर्ज की है। जिम्बाब्वे की आखिरी टेस्ट जीत 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ आई थी।
इस मैच में ब्लेसिंग मुजरबानी ने गेंद से कमाल दिखाया और नौ विकेट लिए, जिसमें दूसरी पारी में छह विकेट शामिल हैं। जिम्बाब्वे ने नजमुल हुसैन शांतो और मुशफिकुर रहीम जैसे बल्लेबाजों को परेशान किया। बांग्लादेश मैच की शुरुआत में लड़खड़ा गया और अपनी पहली पारी में केवल 191 रन ही बना सका। मुजरबानी के 3/50 के स्पेल ने जिम्बाब्वे की विपक्षी बल्लेबाजी इकाई को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इसके जवाब में, जिम्बाब्वे ने अधिक संयमित बल्लेबाजी प्रदर्शन की बदौलत कुल 273 रन बनाए। दूसरी पारी में मुजरबानी ने 6/72 का और भी घातक प्रदर्शन किया और नजामुल शांतो की अगुवाई वाली टीम को उनके घरेलू मैदान पर तहस-नहस कर दिया। शांतो की 60 और जैकर अली की 58 रनों की शानदार पारी के बावजूद बांग्लादेश जिम्बाब्वे के सामने केवल 174 रनों का लक्ष्य रख पाया।
ब्रायन बेनेट और बेन कुरेन के बीच शानदार 95 रनों की ओपनिंग साझेदारी की बदौलत मेहमान टीम के लिए लक्ष्य हासिल करना आसान हो गया क्योंकि उनके पास मजबूत ओपनिंग साझेदारी थी। जिम्बाब्वे ने टेस्ट इतिहास में अपनी तीसरी और कुल मिलाकर चौथी जीत दर्ज की है। ये दोनों टीमें अब सोमवार से चटगांव के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में शुरू होने वाले सीरीज के दूसरे मैच में एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगी।