नई दिल्ली। भारत ने धर्मशाला में खेले वर्ल्ड कप के अपने पांचवें मैच में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया। टीम इंडिया को इस जीत की जितनी खुशी हुई, उतनी ही मैच के बाद टीम के ड्रेसिंग रूम में होने वाली सेरेमनी में हुई होगी। मुकाबले के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में बेस्ट फील्डर को मेडल दिया जाता है। इस सेरेमनी का खिलाड़ियों को बेसब्री से इंतजार रहता है। मेडल किसी को भी मिले, पर खुशी में हर खिलाड़ी शरीक होता है। ऐसे ही जैसे, मेडल उसी को मिला हो। फील्डिंग कोच टी दिलीप भी इस सेरेमनी को मजेदार बनाने के लिए तरह-तरह के काम करते रहते हैं।
टीम इंडिया के फील्डिंग कोच टी दिलीप ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के बाद कहा कि ये सही है कि भारत ने इस मैच में कई कैच छोड़े लेकिन बाद में खिलाड़ियों ने अच्छी फील्डिंग की और रन बचाने के अलावा कई अच्छे कैच भी लपके। खासतौर पर श्रेयस अय्यर ने न्यूजीलैंड की पारी के चौथे ओवर में खतरनाक बैटर डेवोन कॉनवे का हवा में उड़कर शानदार कैच लपका। कॉनवे ने सिराज की गेंद को लेग साइड में खेला और स्क्वेयर लेग पर फील्डिंग कर रहे श्रेयस ने हवा में गोता लगाकर कैच पकड़ लिया। मैच के बाद उन्हें इस कैच के लिए बेस्ट फील्डर का मेडल मिला।
श्रेयस को मिला बेस्ट फील्डर का मेडलफील्डिंग कोच टी दिलीप ने इस मौके पर श्रेयस अय्यर को लेकर कहा, एक खिलाड़ी पानी में मछली की तरह नजर आया, उसने स्क्वेयर लेग पर शानदार कैच लपका और फील्डिंग में भी कई अहम बचाव किए। इस मैच का बेस्ट फील्डर का मेडल उसे दिया जाता है। इस दौरान फील्डिंग कोच ने विराट की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि उस खिलाड़ी को नहीं भूलना चाहिए जिसके पैरों में स्प्रिंग थी और उसने अपने अपने आसपास दौड़ लगाकर अब तक सारे कैच लपके हैं।
स्पाइडरमैन के जरिए हुआ ऐलानरवींद्र जडेजा को जब पिछले मैच में बेस्ट फील्डर का मेडल दिया गया तो उनके लिए बड़े स्क्रीन पर वीडियो प्ले किया गया था लेकिन श्रेयस को मेडल देने के लिए तो फील्डिंग कोच ने नायाब तरीका अपनाया। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को मैदान पर बुलाया और फिर स्पाइडरमैन के जरिेए बेस्ट फील्डर की घोषणा की। दरअसल, स्पाइडरकैम पर एक प्लेट लटकी थी, जिस पर श्रेयस की फोटो और उनका नाम लिखा था। जैसे ही सभी खिलाड़ियों को पता चला कि श्रेयस को मेडल मिलने वाला है, सब खुशी से झूमने लगे थे।
विराट कोहली का जोश तो देखते ही बन रहा था। जडेजा ने उनको मेडल पहनाया। श्रेयस अय्यर से पहले, रवींद्र जडेजा, केएल राहुल, विराट कोहली और शार्दुल ठाकुर ये मेडल जीत चुके।