
भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले टेस्ट का पहला दिन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास रहा, लेकिन इससे भी अधिक भावुक कर देने वाला पल तब आया जब खुद सचिन तेंदुलकर को इस मैच ने 2002 के उसी मैदान की याद दिला दी, जब उन्होंने राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के साथ मिलकर भारत को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल की शतकों के बाद जब ऋषभ पंत भी अर्धशतक तक पहुंच गए, तो सचिन ने सोशल मीडिया पर सवाल किया—क्या अब तीसरा शतक ऋषभ के बल्ले से निकलेगा?
सचिन तेंदुलकर ने दिलाया 2002 की जीत का स्मरणसचिन तेंदुलकर ने IND vs ENG टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद X पर लिखा, केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल द्वारा रखी गई ठोस नींव ने भारत को एक अच्छा दिन बनाने में सक्षम बनाया। यशस्वी और शुभमन गिल को उनके शानदार शतकों के लिए बधाई। ऋषभ पंत का योगदान टीम के लिए उतना ही महत्वपूर्ण था। आज भारत की बल्लेबाजी ने मुझे 2002 के हेडिंग्ले टेस्ट की याद दिला दी, जब राहुल, सौरव गांगुली और मैंने पहली पारी में शतक बनाए थे और हम टेस्ट जीत गए थे। आज यशस्वी और शुभमन ने अपना काम कर दिया है। इस बार तीसरा शतक कौन लगाएगा?
2002 का लीड्स टेस्ट: जब तिकड़ी ने किया था कमालसचिन के इस पोस्ट ने 2002 के हेडिंग्ले टेस्ट की सुनहरी यादें फिर से ताजा कर दीं। उस मैच में द्रविड़ ने 148, गांगुली ने 128 और सचिन ने 193 रन बनाए थे। भारत ने 628/8 पर पारी घोषित कर दी थी और इंग्लैंड को दोनों पारियों में क्रमशः 273 और 309 पर समेट कर पारी और 46 रनों से जीत दर्ज की थी। यह जीत विदेशी सरजमीं पर भारत की सबसे प्रभावशाली टेस्ट जीतों में एक मानी जाती है।
अबकी बार कौन होगा तीसरा शतकवीर?2025 के हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन यशस्वी जायसवाल ने 101 और कप्तान शुभमन गिल ने नाबाद 127 रन बनाए। दोनों के बीच दूसरी और तीसरी विकेट के लिए क्रमशः 37 और 129 रनों की साझेदारियां हुईं। वहीं विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत भी 65 रनों पर नाबाद हैं और तीसरे शतक की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर का यह सवाल—इस बार तीसरा शतक कौन लगाएगा?—सिर्फ एक भविष्यवाणी नहीं, बल्कि यह उस विरासत की झलक है जिसमें नई पीढ़ी के बल्लेबाज पुराने दिग्गजों के पदचिन्हों पर चलने को तैयार दिखते हैं।
पहले दिन का खेल: भारत का दबदबाटॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने शानदार अंदाज में की। पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़े गए। राहुल 42 रन बनाकर आउट हुए जबकि डेब्यू कर रहे साई सुदर्शन खाता भी नहीं खोल पाए। इसके बाद गिल और जायसवाल ने पारी को मजबूती दी।
जायसवाल ने 101 रनों की पारी खेली और फिर बेन स्टोक्स की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। दिन का अंत कप्तान गिल (127*) और उपकप्तान पंत (65*) के शानदार प्रदर्शन के साथ हुआ। स्कोरबोर्ड पर 359/3 का आंकड़ा भारत के प्रभुत्व की कहानी बयां कर रहा है।
इतिहास दोहराएगा खुद को?2002 की तिकड़ी के बाद अब नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या पंत तीसरा शतकवीर बन पाएंगे? क्या भारतीय टीम उसी आत्मविश्वास से भरी जीत की ओर अग्रसर है जैसी उसने दो दशक पहले हासिल की थी? सचिन तेंदुलकर के सवाल ने क्रिकेट प्रेमियों के मन में उम्मीद और उत्साह की नई लौ जला दी है। Headingley में इतिहास फिर से खुद को दोहरा सकता है।