भारत और इंग्लैंड के बीच लंदन के द ओवल में पांच मैच की सीरीज का चौथा टेस्ट शुरू हो गया है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को खेल के पहले दिन जैसे ही एक रन बनाया वैसे ही उन्होंने इंटरनेशनल करियर में 23 हजार रन पूरे कर लिए। कोहली इस आंकड़े तक पहुंचने वाले भारत के तीसरे और ओवरऑल सातवें बल्लेबाज हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने यह कमाल किया था।
सचिन के 34357 और द्रविड़ के 24064 रन हैं। कोहली सबसे तेजी से 23 हजार रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। कोहली ने इसके लिए 490 पारियां खेलीं। सचिन ने 522, रिकी पोटिंग ने 544, जैक्स कैलिस ने 551, कुमार संगकारा ने 568 पारियां ली थीं। कोहली इंग्लैंड में सबसे ज्यादा 10 टेस्ट में कप्तानी करने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में एमएस धोनी को पछाड़ा।
फिर एंडरसन के जाल में फंसे चेतेश्वर पुजारा
इंग्लैंड के
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने एक बार फिर मध्यक्रम के बल्लेबाज
चेतेश्वर पुजारा को अपने जाल में फंसा लिया। एंडरसन की स्विंग होती गेंदों
के आगे पुजारा को कोई जवाब नहीं आया और वे 4 रन बनाकर चलते बने। इसके साथ
ही एंडरसन टेस्ट में पुजारा को सर्वाधिक 11 दफा आउट करने वाले गेंदबाज बन
गए। इस मामले में नाथन लियोन (10) दूसरे, पैट कमिंस (7) तीसरे और जोश
हैजलवुड (6) चौथे स्थान पर हैं।
पुजारा इस सीरीज में फॉर्म के साथ
संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने नॉटिंघम के मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट में 4
और 12, लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट में 9 और 45, हेडिंग्ले में तीसरे टेस्ट
में 1 और 91 रन बनाए थे। पुजारा को मजबूत दीवार माना जाता है, लेकिन
गेंदबाज उन्हें लगातार भेदने में सफल हो रहे हैं।
अश्विन को नहीं चुनने पर हैरान हैं ये पूर्व क्रिकेटर्स
भारतीय
कप्तान विराट कोहली ने चौथे टेस्ट में दो बदलाव किए हैं। ईशांत शर्मा व
मोहम्मद शमी की जगह शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव को टीम में शामिल किया।
माना जा रहा था कि रवींद्र जडेजा के स्थान पर सीरीज में पहली बार रविचंद्रन
अश्विन को मौका मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। टॉस हारने के बाद कोहली ने
कहा कि हमें लगा कि हालात के अनुरूप जडेजा सही बैठते हैं। टीम में बाएं हाथ
के खिलाड़ी के लिए जगह है और वे इस समय बतौर बल्लेबाज टीम को संतुलन दे
रहे हैं।
कोहली के इस फैसले की इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन
ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में चार टेस्ट में एक में भी
अश्विन का चयन नहीं होना सबसे बड़े ‘चयन नहीं करने' के फैसले में से है जो
हमने देखे हैं। 413 टेस्ट विकेट और पांच शतक। पागलपन है। पूर्व
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मार्क वॉ ने लिखा कि हैरानी हो रही है कि क्या भारतीय
खेमे ने कुछ सोचा नहीं।