Tokyo Olympic : भारतीय निशानेबाजों का अभियान खत्म, रह गए खाली हाथ, एश्वर्य-संजीव ने भी किया निराश

भारत की टोक्यो ओलंपिक में शूटिंग में अंतिम उम्मीद भी आज खत्म हो गई। हमारे निशानेबाज एश्वर्य प्रताप सिंह और अनुभवी संजीव राजपूत 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन के फाइनल के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाए। प्रताप 21वें और संजीव 32वें स्थान पर रहे। टोक्यो जाने से पहले फैंस को सबसे ज्यादा उम्मीद निशानेबाजों से ही थी। 15 शूटर्स में से एक भी पदक नहीं दिला सका। यहां तक कि सिर्फ सौरभ चौधरी ही फाइनल में पहुंचे थे। वे सातवें स्थान पर रहे थे।

शुरुआती सीरीज में एश्वर्य ने जगाई उम्मीद, लेकिन…

ओसाका शूटिंग रेंज में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन के क्वालिफिकेशन राउंड की शुरुआती सीरीज में एश्वर्य ने उम्मीद भी जगाई, लेकिन वे अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख सके। एश्वर्य ने नीलिंग में 397, प्रोन में 391 और स्टैंडिंग में 379 अंक मिलाकर कुल 1167 अंक जुटाए। राजपूत ने भी निराश किया और नीलिंग में 387, प्रोन में 393 तथा स्टैंडिंग में 377 अंक मिलाकर कुल 1157 अंक बटोरे। इस इवेंट में कुल 39 निशानेबाजों ने चुनौती पेश की थी।


लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक नहीं जीत सके हमारे शूटर

आपको बता दें कि नीलिंग, प्रोन और स्टैंडिंग तीनों वर्ग की 10-10 निशानों की 4-4 सीरीज होती है। निशानेबाज हर सीरीज में अधिकतम 100 अंक हासिल कर सकता है। क्वालिफिकेशन राउंड के बाद शीर्ष आठ निशानेबाज फाइनल में जगह बनाते हैं। भारतीय निशानेबाज पांच साल पहले रियो ओलंपिक में भी एक भी पदक नहीं जीत पाए थे। इससे पहले 2012 के लंदन ओलंपिक में विजय कुमार ने रजत और गगन नारंग ने कांस्य जीता था।