हनीमून छोड़ ओलंपिक की तैयारी के लिए अमेरिका गए थे बजरंग, हरियाणा सरकार देगी 2.5 करोड़ रुपए…

भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहे। बजरंग ने कुश्ती की 65 किलोग्राम वर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा में कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोबा को हरा कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। बजरंग ने मुकाबला 8-0 से जीता। बजरंग ने पदक पाने के लिए कड़ी मेहनत की है। उनकी पिछले साल 25 नवंबर को रेसलर संगीता फोगाट से शादी हुई।

वे हनीमून छोड़ दिसंबर के पहले हफ्ते में ही कोच के साथ ओलंपिक की तैयारियों के सिलसिले में अमेरिका के लिए रवाना हो गए। बजरंग ने अमेरिका में 25 हजार डॉलर की इनामी राशि वाली प्रतियोगिता में भाग लिया। इसमें दुनिया के 8 मशहूर पहलवानों ने दम दिखाया था। बजरंग ने वहां ट्रेनिंग भी ली। बजरंग की ट्रेनिंग की शुरुआत सोनीपत में लगे कैंप से हुई थी।

अगले ओलंपिक में स्वर्ण जीतना चाहते हैं पहलवान बजरंग

बजरंग ने भले ही कांस्य जीता हो, लेकिन वे ‘निराश’ हैं और 2024 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक में गोल्ड लाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। बजरंग ने कहा कि मैं निराश हूं कि मैं स्वर्ण पदक नहीं जीत सका लेकिन मैं इसे 2024 में पेरिस ओलंपिक में जीतने की कोशिश करूंगा। मैं सभी को उनकी प्रार्थना, प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि मैं ओलंपिक में पदक जीत सका।

मैं भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और सहयोगी स्टाफ को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। कांस्य मुकाबला शुरू होने से पहले बजरंग के पिता ने कहा था कि बेटा खाली हाथ नहीं आएगा। उन्होंने पिता के सपने को पूरा कर दिया। टोक्यो में रेसलिंग में भारत ने दो मेडल जीते। इससे पहले रवि दहिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।


बजरंग के गांव में बनाया जाएगा इंडोर स्टेडियम

बजरंग की जीत के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने उन्हें ईनाम देने की घोषणा की है। खट्टर ने बजरंग को जीत की बधाई देते हुए ओलंपिक में हरियाणा का अहम योगदान है। बजरंग को 2.5 करोड़ की प्रोत्साहन राशि के साथ ही सरकारी नौकरी और हुडा का प्लॉट 50 प्रतिशत कंसेशन पर मिलेगा। खट्टर ने कहा कि बजरंग के गांव में इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा। हरियाणा खेलों का हब बने इसके लिए सरकार हर प्रयास करेगी। 13 अगस्त को पंचकुला में सम्मान कार्यक्रम होगा जिसमें खिलाड़ियों को सम्मान राशि दी जाएगी।