
भारत की युवा निशानेबाज़ तेजस्विनी ने जर्मनी के सुहल शहर में आयोजित ISSF जूनियर विश्व कप के अंतिम दिन महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया। यह उनका पहला व्यक्तिगत विश्व कप मेडल है, और उनकी इस सफलता की बदौलत भारत ने कुल 11 पदकों के साथ पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया, चीन जैसे देशों को पीछे छोड़ते हुए।
भारत ने इस प्रतियोगिता में 3 स्वर्ण, 4 रजत और 4 कांस्य पदक जीते। चीन ने भी 3 स्वर्ण पदक हासिल किए, लेकिन भारत के मुकाबले एक कम कांस्य पदक होने के कारण दूसरा स्थान मिला।
क्वालिफिकेशन से फाइनल तक तेजस्विनी का जबरदस्त सफरहरियाणा की 20 वर्षीय तेजस्विनी ने क्वालिफिकेशन की शुरुआत 24वें स्थान से की थी। पहले दिन उन्होंने 282 अंक बनाए, लेकिन दूसरे दिन रैपिड-फायर राउंड में 293 अंकों के शानदार प्रदर्शन से कुल स्कोर 575 किया और टॉप-8 में पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय बनीं।
फाइनल में तेजस्विनी ने 31 अंक हासिल कर गोल्ड मेडल जीता। बेलारूस की एलिना नेस्टियारोविच ने रजत और हंगरी की मिरियम जाको ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
फाइनल में दिखाई जबरदस्त सटीकताफाइनल के दौरान 10 राउंड की रैपिड-फायर शूटिंग में तेजस्विनी ने लगातार दो बार चार-चार अंक बनाकर बढ़त बनाई। चीनी खिलाड़ी झाओ ताओताओ उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी थीं, लेकिन पांचवें राउंड में सिर्फ एक अंक बना सकीं, जिससे वह पीछे रह गईं। इसके बाद तेजस्विनी ने धैर्य और सटीकता के साथ बढ़त बनाए रखी और अंत में स्वर्ण अपने नाम किया।
अन्य भारतीयों का प्रदर्शन
—रिया शिरीष थत्ते – 569 अंक, 15वां स्थान
— नाम्या कपूर – 289 अंक, 18वां स्थान
—दिवांशी – 564 अंक, 24वां स्थान
भारत का लगातार दबदबाभारत ने पिछले 5 में से 4 ISSF जूनियर प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्थान हासिल किया है, जिनमें 2023 में हुए संयुक्त विश्व कप (सुहल) और लीमा (पेरू) में हुआ जूनियर विश्व चैंपियनशिप भी शामिल हैं।
तेजस्विनी की यह जीत भारत की युवा निशानेबाजों की प्रतिभा और तैयारी का एक मजबूत संकेत है और भविष्य के लिए आशा की किरण भी।